बीकानेर,nidarindia.com
शहर की आबादी तो लगातार बढ़ रही है, यहां पर यातायात का बाहुल्य साधन ऑटो ही है। इसके बावजूद यहां ऑटो की परमिट संख्या में आज तक इजाफा नहीं हुआ है। ऑटो चालकों और उनकी समस्याओं को लेकर आज इंटक के नेता हेमंत किराडू के नेतत्व में प्रतिनिधि मंडल ने परिवहन अधिकारी [आरटीओ] से मुलाकात की।
इस दौरान किराडू ने आरटीओ अनिल पंडिया को मूल समस्या को लेकर एक ज्ञापन के जरिए अवगत कराया, इसमें ऑटो स्टैण्ड,सडक़ों की हालत सहित कई मांगे रखी. किराडू ने अवगत कराया कि अब बीकानेर विकास प्रावधिकरण हो गया है। ऐसे में भी परमिट की संख्या में इजाफा होना चाहिए, किराडू ने रोष जताते हुए कहा कि बीकानेर में २००४ के बाद महज तीन हजार ही परमिट जारी की गई थी, जयपुर, कोटा सहित शहरों में जेडीए है, तो वहां २५-३० हजार की परमिट भी है, इस लिहाज से बीकानेर में भी बढाई जाए।
श्रमिक नेताओं ने अवगत कराया कि ग्रामीण क्षेत्र में हाईवे से गांव को जोडऩे के लिए राज्य सरकार ने पूर्व में आदेश किए थे, बीकानेर शहर की आबादी को देखते हुए परमिट संख्या बढ़ाई जाए क्योंकि शहर में ऑटो के अलावा यातयात साधन नहीं है। नगर बस सेवा नहीं होना दुर्भाग्य पूर्ण है। फिटनेस सेंटर की ओर से मनमर्जी फीस वसूल की जा रही है, आरटीओ बीकानेर में जो ऑटो पुराने है, अधिक प्रदूषण देते यूनियन उनको सडक़ो से हटाने में विभाग के साथ अपने स्तर पर करवाई करेगी।