धर्म-आस्था : भक्तिमय होगा शहर, आचार्य महाश्रमण का कल होगा नगर प्रवेश... - Nidar India

धर्म-आस्था : भक्तिमय होगा शहर, आचार्य महाश्रमण का कल होगा नगर प्रवेश…

बीकानेरNidarindia.com धर्मधरा बीकानेर आगामी दो दिन भक्तिमय होगा। अवसर होगा तेरापंथ धर्मसंघ के ग्याहरवें अधिशास्ता आचार्य महाश्रमण के आगमन का। वे यहां दो दिन प्रवास करेंगे।

महाश्रमण रविवार को आएंगे, इसी दिन शोभायात्रा के साथ नगर प्रवेश करेंगे। आचार्य महाश्रमण के आगमन को लेकर तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। शनिवार को रामपुरिया रोड स्थित दुग्गड़ भवन में इस संबंध में एक संवाददाता सम्मेलन रखा गया। इसमें श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा के अध्यक्ष पदम बोथरा ने बताया कि श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा सहित सकल समाज को यह सुअवसर मिल रहा है। यह सकल जैन समाज के लिए गौरव की बात है कि आचाय महाश्रमण के दर्शन एवं उनके ज्ञान दर्शन का लाभ पाने का यह अवसर मिला है। आचार्य के साथ साध्वी प्रमुखा विश्रुतविभा, मुख्य मुनि महावीर कुमार एवं सौ से भी अधिक साधु-साध्वियों का नगर में मंगल प्रवेश होगा।

आचार्य महाश्रमण 12 जून को सुबह 6:46बजे तेरापंथ भवन, भीनासर से प्रस्थान कर 7:30 बजे तेरापंथ भवन गंगाशहर से शोभायात्रा के साथ राष्ट्रीय राजमार्ग 89 स्थित श्री जैन पब्लिक स्कूल पहुंचेगें, जहां उनका सुबह 9 बजे प्रवचन कार्यक्रम होगा। रविवार की शाम को ही पांच बजे आचार्य महाश्रमण शोभायात्रा के साथ जैन स्कूल से बोथरा मोहल्ला, रांगड़ी चौक स्थित लाल कोठी में मंगल प्रवेश करेंगे।
उपाध्यक्ष अभय कुमार सुराणा ने बताया कि गुरुदेव रात्रि विश्राम के बाद 13 जून सोमवार को सुबह 9 बजे आचार्य महाश्रमण लाल कोठी से कोचरों के चौक जाएंगे, जहां वे जैनम जयति शासनम विषय पर मुख्य प्रवचन देंगे।

आचार्य महाश्रमण के अहिंसा यात्रा की जानकारी देते हुए तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम एवं अणुव्रत विश्व भारती की सदस्य डॉ. नीलम जैन ने बताया कि आचार्य महाश्रमण नैतिकता, सद्भावना, नशा मुक्ति के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं। इस कार्य में श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा, बीकानेर भी योगदान दे रहा है। आचार्य के आह्वान पर ही सभा की ओर से 108 जन त्याग, वृष्टि की पालना को लेकर गुरुदेव के सामने संकल्प करेंगे। साथ ही स्काउट एवं गाइड के छात्र-छात्राएं भी अणुव्रत आचार संहिता का संंकल्प ले रहे हैं।

सभा के मंत्री सुरेश जैन ने बताया कि आचार्य अब तक करीब पचास हजार से भी ज्यादा किलोमीटर की यात्रा कर चुके है, वे गांव-गांव में लोगों को सीख देते हुए त्याग-तपस्या का महत्व बता रहे हैं। आचार्य महाश्रमण केवल बुराई को छोडऩे,नशा नहीं करने, भू्रण हत्या नहीं करने, लोक- जीवन में शुद्धता लाने, भेदभाव मिटाकर समभाव रखने की सीख देने के लिए एक-एक व्यक्ति को समझाते हैं। आचार्य ने राष्ट्रपति भवन से लेकर गांव की झौंपड़ी तक शांति का संदेश देने का कार्य किया है।

तेरापंथ महिला मंडल अध्यक्ष प्रेम नौलखा ने बताया कि जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा, तेरापंथ महिला मंडल, युवक परिषद, कन्या मंडल, किशोर मंडल, ज्ञानशाला की ओर से स्वागत गीत प्रस्तुत किया जाएगा।

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