बीकानेरNidarIndia.com अपनी पुत्री का मायरा भरने के लिए जब नरसी भक्त ने जगत के पालनहार को पुकारा तो। भगवान सांवरिया सेठ ने स्वयं आकर उनकी पुत्री का मायरा भर दिया। भव्य मायरा देख नरसी की पुत्री के ससुराल वाले भी दंग रह गए।

आयोजन में शामिल हुए लोगों ने भी दांतों तले अंगुलिया दबा ली, क्योंकि नरसी भक्त तो सामान्य व्यक्ति थे, फिर इस तरह का भव्य मायरा देखकर हर कोई अचंभित था। यह द्रश्य बुधवार को गजनेर में साकार हो उठा। मौका था श्री गजनेर गोपाल सेवा सदन के तत्वावधान में आयोजित नारी बाई रो मायरा कथा के आयोजन का, इसमें बीकानेर के कथावाचक पंडित गिरिराज जोशी ( ललन ) अंतिम दिन की कथा का प्रसंग सुनाया,तो सभी भावविभोर हो गए, तीन दिन चली कथा की आज पूर्णाहुति हुई।
इस अवसर पर गजनेर में गाजे-बाजे के साथ शोभायात्रा निकाली गई, आस्थवान लोगों ने कथा वाचक जोशी का जगह-जगह पर स्वागत किया। इससे पूर्व कथा के प्रसंग में पंडित गिरिराज जोशी ने कहा कि जगत के दाता श्री कृष्ण को सच्चे मन से जो भी पुकारता है, वो अपने भक्त काज साधन के लिए स्वयं आ ही जाते हैं, जैसे भक्त नरसी का उदहारण सामने है, एक पुकार सुनते ही साक्षात सांवरिया सेठ आ गए, कथा सुनने के लिए गजनेर सहित आसपास के क्षेत्रों से बडी संख्या में आस्थावान लोग शामिल हुए।

यह हुए शामिल…
कार्यक्रम में गोभक्त राम चांडक, जयकिशन सादानी, मिथुन सादाणी, राधा कृष्ण राठी, भगवानाराम, भैरव सिंह पुरोहित, अहमदाबाद से आए प्रभु शास्त्री, बीकानेर से आए कथावाचक पंडित सुनील व्यास और कोडमदेसर के महंत मौजूद रहे,

