
बीकानेर, निडर इंडिया न्यूज।
“श्री वल्लभ बिट्ठल गिरधारी, श्री महाप्रभुजी की बलिहारी…यमुनाजी की बलिहारी…सरीखे संकीर्तन के साथ गुरुवार को श्री वल्लभ महाप्रभुजी की शोभायात्रा गाजे-बाजे के साथ निकली। रघुनाथजी मंदिर से शुरू हुई यात्रा में बड़ी संख्या में महिलाओं और पुरुषों ने भागीदारी निभाई। अवसर था, श्री वल्लभाचार्य के 548 वे प्राकट्य महोत्सव का। शोभायात्रा पुष्टिमार्गीय महाराज व्रजांग बाबा के सान्निध्य में निकाली गई।
गिरीराज जी मंदिर से रवाना हुई शोभयात्रा अलग-अलग क्षेत्रों से होते हुए गुजरी तो माहौल भक्तिमय हो गया। कई स्थानों पर श्रद्धालुओं ने शोभयात्रा का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। जगह-जगह शीतल जल, लस्सी, कोल्ड ड्रिंक्स सहित शीतल पेय पदार्थों से श्रद्धालुओं ने खातिरदारी भी की। शोभायात्रा गिरीराज जी मंदिर से होते हुए दम्माणी चौक स्थित पुष्टिमार्गी मंदिर, बिस्सा चौक स्थित द्वारिकाधीश मंदिर, दाऊजी मंदिर, तेलीवाड़ा स्थित मंदिर, आसानी चौक के वैष्णव मंदिर से होते हुए मोहता चौक से होकर नत्थूसर गेट बाहर स्थित मूंधड़ा बागेची पहुंची। जहां पर शोभायात्रा की पूर्णाहुति हुई। शोभायात्रा के दौरान महाप्रभु जी के स्वरूप को सुखपाल (पालकी) में बिठाया गया। गली-मोहल्लों में लोगों ने महाप्रभुजी की पालकी के आगे शीश झुकाकर दर्शन लाभ लिया। शोभायात्रा में बड़ी संख्या में पुष्टिमार्गी वैष्णव श्रद्धालु शामिल हुए।
