आस्था : घर-घर में हुई घट स्थापना, शारदीय नवरात्रा शुरू, नौ दिन रहेगी देवी आराधना की धूम, बंगाली मंदिर में होगा दुर्गा पूजा महोत्सव... - Nidar India

आस्था : घर-घर में हुई घट स्थापना, शारदीय नवरात्रा शुरू, नौ दिन रहेगी देवी आराधना की धूम, बंगाली मंदिर में होगा दुर्गा पूजा महोत्सव…

बीकानेरNidarIndia.com देवी माता की आराधना का पर्व शारदीय नवरात्रा सोमवार से शुरू हो गया। अब नौ दिनों तक मंदिरों और घरों में देवी उपासना, पूजा-अनुष्ठान होंगे। मां देवी के नौ रूपों की पूजा की जाएगी।

मंदिरों में दुर्गापाठ होंगे। कन्याओं का पूजन किया जाएगा। वहीं कई स्थानों पर इस बार महानगर कोलकाता की तर्ज पर दुर्गापूजा पंडाल भी सजेंगे। बीकानेर शहर नत्थूसर गेट बाहर स्थित गायत्री मंदिर, मां आशापुरा मंदिर, बाला त्रिपुरा सुन्दरी, सच्चियाय माता, सुजानेदसर में काली माता, नागणेचेजी, देशनोक में करणी माता, अमरसिंहपुरा और जयपुर रोड स्थित वैष्णोदेवी मंदिर में घट स्थापना के बाद देवी मां की पूजा-अर्चना की गई। शृंगार के बाद आरती हुई। इन मंदिरों में रोजाना देवी पाठ होंगे और कन्याओं का पूजन किया जाएगा। बड़ी संख्या में श्रद्धालु ने व्रत का संकल्प लिया। दुर्गाष्टमी ३ अक्टूबर को मनाई जाएगी।

दुर्गा पूजा महोत्सव की तैयारी…

कोलकाता महानगर की तर्ज पर ही बीकानेर में बंगाली समाज की ओर से सर्व समाज के जनमानस के साथ शारदीय नवरात्रा महोत्सव मनाया जाएगा। इसकी तैयारी शुरू हो गई है। चौपड़ा कटला के पीछे स्थित बंगाली संस्थान में रविवार को महालया के साथ ही दुर्गा पूजा का विधिवत शुभारंभ हुआ। इसमें देवी दुर्गा को बुलाया जाता है और प्रतिमा में रंग चढ़ाया जाता है। इसके साथ ही उनकी आंखें बनाई जाती है। आश्विन मास की अमावस्या तिथि को सर्वपितृ अमावस्या मनाई जाती है। इसके साथ ही इसे महालया अमावस्या भी कहा जाता है। बंगाली संस्थान के सचिव बिश्वजीत के अनुसार एक अक्टूबर शनिवार को षष्टी पूजा सुबह 9:30 बजे कल्पारम्भा से शुरू होगी, उसी दिन शाम 7:30 बजे देवी आमन्त्रण और रात नौ बजे आरती होगी।

02 अक्टूबर रविवार को महा सप्तमी के दिन सुबह 8:30 बजे नबपत्रिका प्रबेश और महा सप्तमी पूजा होगी जिसके बाद 12:00 बजे पुष्पांजलि, 12:30 बजे प्रसाद का वितरण किया जाएगा। शाम 7:30 बजे दुर्गा मां की संध्या आरती होगी, तीन अक्टूबर सोमवार को महा अष्ठमी के दिन महा अष्टमी पूजा सुबह 7:00 बजे शुरू होगी जिसके बाद व्यक्तिगत पूजा सुबह 10:30 बजे, पुष्पांजलि सुबह 11:30 बजे, भोग एवं आरती दोपहर 12:30 बजे, संधि पूजा दोपहर 03:30 बजे, बलिदान शाम 04:00 बजे, देवी आरती शाम 04:15 पुष्पांजलि शाम 04:20 बजे होगी। संध्या आरती शाम 8.00 बजे होगी ।

चार अक्टूबर को महानवमी को सुबह 08:00 बजे महा नवमी पूजा शुरू होगा। पुष्पांजलि सुबह 11:30, शत्रु बलिदान दोपहर 12 बजे, भोग एवं आरती दोपहर 12:30, व्यक्तिगत पूजा दोपहर 12:50 बजे, होम दोपहर 01:00 बजे एवं संध्या आरती शाम 07:30 बजे होगी।
पांच अक्टूबर को विजय दशमी के दिन सुबह 09:30 बजे दशमी पूजा, दर्पण विसर्जन सुबह 11:30 बजे, सिंदूर खेला (उत्सव) दोपहर 12 बजे और प्रतिमा विसर्जन के लिए यात्रा दोपहर 3 बजे निकलेगी। वहीं रात आठ बजे शान्तिजल होगी।

80 फीट की प्रतिमा बनाई…

सचिव बिश्वजीत घोषाल और सह सचिव राजेश पाडुई ने बताया कि इस बार भी बंगाल से आए मूर्तिकार प्रदीप सरदार और उनकी टीम ने 08 फीट की दुर्गा माता की मूर्ति बनाई है। इसे बंगाल से लाई गई गंगा मिटटी, काली मिटटी, मूंज, बांस एवं सुखी घास से तैयार किया गया है। सम्पूर्ण वैदिक पूजन अनुष्ठान बंगाल से आए दो प्रशिक्षित पंडि़त कराएंगे।

महानगर कोलकाता में सजे पंडाल

 

कोलकाता के बड़ा बाजार क्षेत्र में सजे एक पंड़ाल में शृंगारित देवी की प्रतिमा। फोटो-एसएन जोशी

दुर्गा पूजा महोत्सव को लेकर कोलकाता महानगर में देवी ुदुर्गा के पंड़ाल तैयार हो गए हैं। कई बड़े पंड़ाल श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दिए गए हैं। अष्टमी से दशमी तक दुर्गा पूजा की धूम रहेगी।

Share your love
Facebook
Twitter

Related News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *