पूनरासर में एक से तीन सितंबर तक भरेगा मेला, माकूल रहेगी व्यवस्थाएं…
बीकानेरNidarIndia.com ‘मेळो आयो बाबे रो सुण टाबरो री मां, मैं गाड़ो लेर आऊं तू बणले चूरमो…भजन की पंक्तियां बीकानेर में साकार हो रही है। मेले-मगरियों का मौसम आ गया है। दो साल के कोरोना के मुश्किल समय के बाद इस बार सभी धार्मिक स्थलों पर मेले भरेंगे।
ऐसे में बीकानेर में मेलों की मस्ती हिलोरे मारने लगी है। जहां पैदल जाने वाले जत्थे तैयारियों में जुट गए हैं, वहीं दूसरी ओर सेवा संस्थाओं ने भी कमर कस ली है। बीकानेर से रामदेवरा, पोकरण स्थित आशापुरा माताजी, पूनरासर, कोड़मदेसर, शीशा, सियाणा भैरव सहित धार्मिक स्थलों पर दर्शन के लिए बड़ी तादाद में लोग पैदल जाते हैं। रामदेवरा के लिए ग्रामीण क्षेत्रों के पद यात्रियों को जत्था तो गुरुवार से ही शुरू हो गया। आने वाले दिनों में लगातार पैदल जत्थे चलेंगे।
व्यवस्थाओं में जुटा प्रशासन…
मेलों को देखते हुए प्रशासन भी सक्रिय हो गया है। पद यात्रियों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो इसके लिए माकूल प्रबंधन किए जा रहे हैं। अतिरिक्त जिला कलेक्टर (शहर) पंकज शर्मा ने तीन दिवसीय पूनरासर हनुमानजी मेले के दौरान विभिन्न व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
गुरुवार को हुई बैठक में शर्मा ने बताया कि पूनरासर का हनुमान मेला 1 से 3 सितंबर (तीन दिन) तक भरेगा। मेले के दौरान सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए पुलिस एवं जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, नगर निगम, नगर विकास न्यास, उपखंड अधिकारी, बीकेईएसएल, जोविविनिलि, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, पर्यटन, पशुपालन, सार्वजनिक निर्माण विभाग, प्रबंधक भारत संचार निगम लिमिटेड को आपसी समन्वय के साथ संबंधित सभी व्यवस्थाएं नियमानुसार करवाने के लिए निर्देशित किया है।
मंदिर श्री पूनरासर हनुमान ट्रस्ट की ओर से महावीर बोथरा और विजय बाफना की ओर से इस संबंध में अतिरिक्त कलेक्टर (नगर) को इन व्यवस्थाओं के संबंध में आग्रह किया था।