बीकानेरnidarindia.com नगर निगम आयुक्त गोपाल राम बिरड़ा और महापौर सुशीला कंवर राजपुरोहित के बीच विवाद इतना बढ़ गया है कि अब सड़क पर आ गया है।
महापौर सुशीला कंवर ने आयुक्त पर आरोपों की झड़ी लगाते हुए आज सुबह 11 बजे से कलक्ट्रेट पर अनिश्चकालीन धरना शुरू का दिया। इस दौरान भजपा के पार्षद ओर नेता भी साथ उतरे। धरने पर मौजूद लोगो ने कैबिनेट मंत्री के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी की। बडी संख्या मे भजपा के कार्यकर्ता शामिल हुए।
महापौर ने साफ तौर पर कहा है कि आयुक्त की कार्य शैली से परेशानियों खड़ी हो रही है। वे अपनी हठधर्मिता करते जा रहे है, इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से लेकर मंत्री तक की जा चुकी है, इसके बावजूद आयुक्त सीट पर काबिज है। अब मेयर ने आक्रमक रुख अपनाते हुए इसे हटाने की मांग को लेकर धरने का आह्वान किया है। इसमें पार्षद भी भागीदारी निभा रहे हैं। धरने पर गुमान सिंह,भजपा नेता विजय आचार्य, प्रदीप उपाध्याय, अविनाश जोशी सहित बीजेपी नेता शामिल हुए।
ये आरोप लगाए…
नगर निगम की महापौर सुशीला कंवर राजपुरोहित ने आयुक्त गोपाल राम बिरड़ा पर आरोप लगाया है कि राजनैतिक संरक्षण में लगातार नियमों और कानून के खिलाफ कार्य कर नगर निगम और जनता को परेशान कर रहे हैं। फिर चाहे गौशाला तोडऩा हो, बरसात के समय नाला सफाई के स्थान पर अतिक्रमण तोडऩा हो, पट्टों के नाम पर जनता से नियमों के नाम पर अनावश्यक पैसे लेना सहित कई आरोप महापौर ने लगाए है।
यही नहीं महापौर ने कहा है कि इन सभी मामलों की शिकायत के लिए उन्होंने जिला कलेक्टर,संभागीय आयुक्त, डीएलबी डायरेक्टर,शासन सचिव,मुख्य सचिव और मंत्री शांति धारीवाल को पत्र लिखकर, उनके समक्ष प्रमाण और सबूत देकर इस अधिकारी को हटाने के लिए निवेदन किया जा चुका है ताकि शहर में फेल रही अव्यवस्थाओं को रोका जा सके। लेकिन दो माह बीतने के बाद भी बात को गंभीरता से नहीं लिया और ना ही कार्रवाई हुई।