बीकानेरNidarindia.com ‘रघुपति राघव राजा राम…वैष्णव जन तो तेने कहिए…सरीखे भजनों की स्वर लहरियो से आज शाम कोटगेट गूंज उठा। मौका था सेवादल कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन का। इसके तहत सेवादल कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बताए मार्ग पर चलने का आह्वान करते हुए चरखा चलाकर सूत काता। दिल्ली में सेवादल कार्यकर्ताओं के चल रहे सत्याग्रह को कुचलने के प्रयास का विरोध कर रहे कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।
इसमें बीकानेर शहर सेवादल अध्यक्ष अनिल व्यास व सेवादल के प्रदेश उपाध्यक्ष कमल कल्ला और सदस्य तेजकरण हर्ष भी शामिल थे। सेवादल पदाधिकारियों ने रोष जताते आरोप लगाया कि कांग्रेस मुख्यालय में घुसकर लाठियां भांजी गई। इसके विरोध में सेवादल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालजी भाई देसाई व प्रदेश अध्यक्ष हेम सिहं सेखावत के निर्देश पर बीकानेर में कार्यक्रम आयोजित किया गया। इससे पूर्व आज शाम को दिल्ली से बीकानेर पहुंचे सेवादल के पदाधिकारियों का अभिनंदन किया गया। इसके बाद जुलूस के रूप में कोटेगेट पर एकत्रित हुए। जहां पर सांकेतिक रूप से धरना दिया गया और चरखा चलाकर सूत काता गया। इसमें बड़ी संख्या में सेवादल के कार्यकर्ता शामिल हुए।
सत्ता सुख में कंठ तक डूबी है भाजपा…
धरने के दौरान सेवादल के प्रदेश उपाध्यक्ष कमल कल्ला ने कहा कि सत्ता सुख में कंठ तक डूबी भाजपा क्या जाने सत्याग्रह की ताकत। शान्ति पूर्ण सत्याग्रह का इतिहास रहा है। कल्ला ने कहा कि वर्तमान केन्द्र सरकार का आचरण से साफ जाहिर होता है कि भाजपा दमनकरी नीति अपनाते हुए हमारे सत्य के राह पर चल रहे लोगो को कुचलना चाह रही है। शहर अध्यक्ष अनिल व्यास ने कहा कि किस प्रकार दिल्ली पुलिस ने बर्बरता पुर्वक बल प्रयोग करते हुए शान्ति पुर्ण तरीके से किए जा रहे विरोध को कुचलने का प्रयास किया। उन्होंने दिल्ली के कांग्रेस कार्यकर्ताओं आभार प्रकट किया।
सौंपा राज्यपाल के नाम ज्ञापन…
विरोध प्रदर्शन के बाद वर्तमान कांग्रेस के नेताओं सोनिया गांधी व राहुल गांधी को झूठे सम्मन भेजकर जांच के नाम पर परेशान कर रही सरकार के खिलाफ राज्यपाल के नाम ज्ञापन कलक्टर को दिया गया। इस दौरान पदयात्रा और धरने में नृसिंह महाराज,साजिद सुलेमानी, जाकिर हुसैन ,दुर्गादास छंगाणी पार्षद, सकीना खान, स्वाति पारीक ,असलम,शंकर बोहरा,जगन पुनिया,मनोज नायक, दिनेश जोशी, श्याम सुंदर रंगा, रईस अली, धनसुख आचार्य, रतना महाराज, विरेन्द्र किराडू सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए।