रेलवे : अब स्टार्टअप पोर्टल पर मिलेगा समस्याओं का समधान, रेलवे ने किया आगाज, होगा नवीन तकनीक का लाभ... - Nidar India

रेलवे : अब स्टार्टअप पोर्टल पर मिलेगा समस्याओं का समधान, रेलवे ने किया आगाज, होगा नवीन तकनीक का लाभ…

बीकानेरNidarindia.com रेल पटरियों में फैक्चर आने सहित कई तरह की समस्याओं का हल अब स्टार्टअप पोर्टल पर मिल सकेगा। मंडल रेल प्रबंधक राजीव श्रीवास्वत ने पत्रकारों के समक्ष यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि रेलवे इस तरह की ११ समस्याओं को चिन्हित किया है और उन्हें इस पोर्टल पर डाला है। इनके समाधान करने के लिए नई तकनीक का फायदा मिलेगा।

रेल मंडल प्रबंध ने बताया कि भारतीय रेलवे ने स्टार्ट-अप और अन्य संस्थाओं की भागीदारी के माध्यम से नवाचार के क्षेत्र में एक अहम पहल की है। हाल ही में रेल, संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने नई दिल्ली में ‘रेलवे के लिए स्टार्टअप’ लॉन्च किया है। मंडल प्रबंधक ने बताया कि यह नीति बहुत बड़े और अप्रयुक्त स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र की भागीदारी के माध्यम से संचालन, रखरखाव और बुनियादी ढांचे के निर्माण के क्षेत्र में पैमाने और दक्षता लाएगी। मंडल प्रबंधक ने ‘वन स्टेशन वन प्रोडेक्टस] एवं ‘स्टार्टअप्स फॉर रेलवे’ के पोर्टल के बारे में जानकारी दी गई।

बजट घोषणा के अनुरूप स्थानीय शिल्पकार, बुनकर,जनजातियों,मिट्टी के बर्तन इत्यादि बनाने वाले कारीगरों की आजीविका को बढ़ावा देने के उदेश्य जिसमे खाद्य पदार्थ,हस्तशिल्प,कपड़ा एवं हतकर्धा, खिलोने,चमड़े के उत्पाद, पारम्परिक उपकरण,उपकरण,वस्त्र, आभूषण की योजना के तहत ‘वन स्टेउशन वन प्रोडेक्टर] का प्रावधान किया गया है। देश भर के रेलवे स्टेशनों पर स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने एवं स्थानीय उत्पादों की बिक्री के लिए चरणबद्ध तरीके से स्टॉेल लगाए जा रहे है।

भारतीय रेलवे ऑनलाईन ई-ऑक्शंन मॉड्यूल द्वारा लीजिंग,पब्लिसिटी एवं पार्किंग के ठेके आबंटित करेगी । ये मॉड्यूल आईआरईपीएस लिंक के ई-ऑक्श्न मॉड्यूल के थ्रू होगा। ई-ऑक्शकन सिस्टेम ई-ठेकों का परिवर्तित और नया संस्करण है। जिसमें प्रक्रिया की जटिलता को दूर करते हुए रेलवे और वेंडर्स के काम को सुगम बनाया गया है, जिसके कारण ई-ऑक्शलन पर त्वरित आबंटन और परिचालन हो सकेगा। सिस्ट्म में भौतिक लेन-देन न होकर सारा विनिमय ऑन-लाईन प्लेटफार्म पर होगा। नियत दिवस पर पंजीकृत वेंडर्स उस पर अपनी ई बोली लगाएंगे, जिन्हें सक्षम अधिकारी द्वारा उसी दिन स्वीकार/अस्वीकार करके एलओए आदि जारी कर दिया जाएगी एवं अनुबंध भी ऑन-लाईन विस्थापित होगा।

उन्होंने बताया कि शुरू में नई नवाचार नीति के माध्यम से निपटने के लिए 11 समस्याओं के विवरण की पहचान की गई है और पोर्टल पर अपलोड किया गया है। पत्रकार वार्ता में अपर मंडल रेल प्रबंधक एनके शर्मा, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अनिल रैना, सहायक मंडल प्रबंधक जितेन्द्र शर्मा सहित अधिकारी मौजूद रहे।

इन समस्याओं को किया अपलोड

-टूटी हुई रेल जांच प्रणाली
-रेल तनाव निगरानी प्रणाली
-भारतीय रेलवे के साथ इंटरऑपरेबल उपनगरीय खंड के लिए हेडवे सुधार प्रणाली राष्ट्रीय एटीपी प्रणाली
-ट्रैक निरीक्षण गतिविधियों का स्वचालन
-हैवी हॉल फ्रेट वैगनों के लिए बेहतर इलास्टोमेरिक पैड (ईएम पैड) का डिजाइन
-3-फेज इलेक्ट्रिक इंजनों के ट्रैक्शन मोटर्स के लिए ऑनलाइन कंडीशन मॉनिटरिंग सिस्टम का विकास
-नमक जैसी वस्तुओं के परिवहन के लिए हल्के वैगन
-यात्री सेवाओं में सुधार के लिए डिजिटल डेटा का उपयोग करके विश्लेषणात्मक उपकरण का विकास
-ट्रैक सफाई मशीन
-प्रशिक्षण के बाद के संशोधन और स्वयं सेवा पुनश्चर्या पाठ्यक्रमों के लिए ऐप।
-पुल निरीक्षण के लिए रिमोट सेंसिंग, जियोमैटिक्स और जीआईएस का उपयोग।

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