बीकानेरNidarindia.comपेट्रोल बिक्री करने वाले डीलरों के मार्जिन में बीते पांच साल से वृद्धि नहीं हो रही है। इसको लेकर पेट्रोलियम पदार्थ विक्रेता खफा है। साथ ही प्रदेश में पेट्रोल-डीजल के दाम एक समान नहीं है।
इस तरह की मांगों को लेकर आज रात को प्रदेशभर में तीन घंटे के लिए पेट्रोल पंप बंद रहेंगे। जिला पेट्रोलियम पदार्थ विक्रेता संघ ने बीकानेर में भी पेट्रोल-डीजल ब्रिकी रात 8 से 11 बजे तक बंद रखकर विरोध जताने का निर्णय किया है। संघ के अध्यक्ष सुरपत सिंह राजवी के अनुसार इस संबंध में एक पत्र जिला कलक्टर को दिया है।
इसके जरिए बताया गया है कि सन् 2017 के बाद से आज तक, 5 साल से हमारें डीलर मार्जिन में किसी प्रकार कोई वृद्धि नहीं हुई, जबकि केन्द्र एवं राज्य सरकार की ओर से हर साल सरकारी कर्मचारियों के मंहगाई भत्ते में बिना मांगे निरंतर वृद्धि की जाती है7 पेट्रोल पंप डीलर्स भी देश के आम नागरिक है बढ़ती हुई मंहगाई का असर उन पर भी होता है।
सभी प्रकार के व्यय अधिक होने के कारण डीलर्स की आर्थिक स्थिति बहुत दयनीय हो गई है, व्यापार संचालन में अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उस पर केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार की ओर से अचानक पेट्रोल-डीजल के मूल्यों में कटौती करने से डीलर्स को आर्थिक नुकसान उठाना पड रहा है। इस आर्थिक मार ने डीलर्स की कमर तोड़ कर रख दी है।
क्योंकि ऑयल कंपनी स्तर पर तो पेट्रोल-डीजल में घटत-बढ़त तो पैसों में धीरे-धीरे की जाती है उसको तो डीलर्स किसी प्रकार सहन कर लेता है, लेकिन एकदम से कम करने से डीलर्स को सीधा बहुत भारी नुकसान होता है। जैसा कि केन्द्र व राज्य सरकार ने दिवाली पर 6.35 एवं 12.67 एक्साइज व 4.04 एवं 5.01 रूपए वेट और अभी हाल ही 21 मई 022 को 9.55 एवं 7.20 रुपए एक्साइज में कम किए है। इन सभी हालातों को देखते हुए डीलर्स ने 31 मई को समस्त प्रदेश में नो परचेज और रात्रि 8 बजे से १1 बजे तक, तीन घंटे प्रदेश के सभी पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल-डीजल की बिक्री बन्द रखने का निर्णय किया है,
यह है मुख्य मांगे..
डीलर मार्जिन में तत्काल प्रभाव से वृद्धि करने, क्योंकि सन् 2017 के बाद आज तक इसमें वृद्धि नहीं की गई हैं। जबकि पेट्रोल एवं डीजल के मूल्य तुलना में दुगने हो गए हंै। राजस्थान में पेट्रोल-डीजल के एक मूल्य होने चाहिए। क्योंकि पेटोल डीजल के मूल्य एक नहीं होने के कारण हमारें राज्य के मूल्य पडोसी राज्यों की तुलना में पांच से दस रुपए अधिक है, इस कारण राजस्थान की लगभग ३० प्रतिशत बिक्री पड़ोसी राज्य कर रहे है।
राज्य सरकार को भी करोड़ों रुपए के राजस्व की हानि हो रही है। एक्साइज ड्यूटी में कमी से जो डीलर्स को नुकसान हुआ है उसका पुर्नभरण किया जाए और भविष्य के लिए पेट्रोल पंप डीलर्स को एक विशेष प्रावधान के माध्यम से उसी दायरे में लाया जा सकता है, जिसमें डीलरों को एक्साइज डुयूटी में घटत-बढ़त के कारण पैसे का नुकसान नहीं हो। एक्साइज ड्यूटी एवं वेट जब भी कमी की जाए तो सप्ताह के अन्त में न की जा कर अन्य समय की जाए। त्यौहारी दिनों में भी एक्साइज ड्यूटी एवं वेट में कमी नहीं कर अन्य दिनों में करने की सहित मांगे रखी गई है।