बोले-यह नजारा अदभुद था, बीकानेर आने पर “निडर इंडिया” के सम्पादक रमेश बिस्सा से की बातचीत, देखें वीडियो

बीकानेरNidarindia.com अरे! शब्दों में बयां नहीं कर सकता, रामदेवरा का नजारा। एकदम अदभुद, अनुठा था। यह कहना है कोलकाता प्रवासी ‘अन्तरराष्ट्रीय मारवाड़ी सम्मेलन भारत’ शाखा के अध्यक्ष सज्जन सर्राफ का। पहलीबार लोक देवता बाबा रामदेवजी के दरबार में धोक लगाकर आए सर्राफ ने कहा कि वो मूलत: तो राजस्थान के ही है, लेकिन बाबा के दरबार में हाजिरी लगाने का सौभाग्य ही अब मिला है।
बुधवार की रात बीकानेर पहुंचे सर्राफ ने ‘निडर इंडिया’ से संक्षिप्त बातचीत में कहा कि आज सुबह जब बाबा के मंदिर रामदेवरा में पहुंचे तो, वहां का नजारा देखकर दंग रह गए। लोगों के दिलों में बाबा के दर्शन के लिए इतनी अटूट आस्था और श्रद्धा है, बयां नहीं कर सकता। थोड़े रूककर बोले-बाबा की महिमा अपार है। यह तो वहां जाने पर ही पता चला।

खींचती है अपनी धरती…
सर्राफ ने बताया कि उनकी अपने गांव, शहर की मिट्टी अपनी ओर खींचती है। राजस्थान का आथित्य सत्कार, यहां का भाईचारा, संस्कृति को कभी नहीं भूल सकते। मूल रूप से राजस्थान के सीकर जिले में जन्मे सज्जन सर्राफा आज कोलकाता में अपना व्यवसाय करने के साथ ही सामाजिक सरोकार के कार्यो में सदैव बढ़-चढक़र भागीदारी निभाते है। खासकर धार्मिक आस्था और श्रद्धाभाव होने के कारण सामाजिक और धार्मिक कार्यों में अनवरत निस्वार्थ भाव से सेवा कार्य करते हैं। गो-सेवा में भी हमेशा अग्रीण रहते हैं।
बाबा के प्रति अटूट है आस्था : केडिया
कोलकाता से संक्षिप्त यात्रा पर आए सर्राफ के साथ उनके मित्र और व्यवयासी बिमल केडिया ने बताया कि वो तो हर साल फरवरी माह में बीकानेर आकर यहां से बाबा रामदेवजी के दर्शन के लिए पैदल जाते हैं। राजस्थान और फिर बीकानेर की संस्कृति को उनके दिल में बसती है। बोले-जब भी मौका पड़ता है, बीकानेर आकर यहां से बाबा के दरबार में हाजिरी देने जरूर जाते है। इस बार बहुत कम समय के लिए आए है, इसमें भी बाबा के दर्शन करने के बाद मां तनोटराय के भी दर्शन का लाभ लिया है। आपके के साथ सीकर के कैलाश मोदी भी आए थे।
बीकानेर में किया स्वागत
प्रवासी उद्यमी सज्जन सर्राफ, बिमल केडिया और कैलाश मोदी के बीकानेर पहुंचने पर उनका स्वागत किया गया। गौ धन मित्र के महेन्द्र जोशी, रमेश बिस्सा सहित लोगों ने पहुंचकर प्रवासियों का माला पहनाकर अभिनंदन किया।

