बीकानेरNidarindia.com लुप्त हो रहे पारम्परिक खेलों को संजोए रखने के उद्देश्य से साहित्यकार कृष्णा आचार्य ने अपने शब्दों से संकलन किया है।

कई तरह के खेलों को शब्दों में पिरोकर आचार्य ने पुस्तक का रूप दिया है। गुरुवार को शिक्षा निदेशालय में शिक्षा मंत्री डॉ.बीडी कल्ला ने खेलों की पाठशाला पुस्तक का विमोचन किया।
आचार्य ने इस पुस्तक के माध्यम से स्कूलों में और प्रचलित हमारे खेल जिन्हें हाल ही में स्कूल शिक्षा से भी जोड़ा गया, इसमें सतोलिया (लगोरी टर्न ऑफ वार) कैरम जैसे कई पुराने खेल जो वर्तमान में लुप्त प्राय: से हो गए है उनको अपने शब्दों में उतारा है। कृष्णा आचार्य ने बताया सरकार ने स्कूली शिक्षा में जड़ों से जुड़े हुए खेलों को जोड़ा हैं, वह सरकार का एक अच्छा कदम है। आचार्य बच्चों के लिए बाल साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा कार्य कर रही है उनकी अनेक पुस्तकें इस संबंध में लिखी गई है लगभग 28 पुस्तकों का उनका स्वयं का संग्रह है।

मुख्यमंत्री की ओर से भी पुरस्कृत किया जा चुका है। लेखिका कृष्णा आचार्य शिक्षा विभागीय कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष कमल नारायण आचार्य की पत्नी भी है। पुस्तक विमोचन के मौके पर शिक्षा मंत्री डॉक्टर बीडी कल्ला और वर्ल्ड शतरंज फैडरेशन के अध्यक्ष यूएस से आए जेरी नेस ने कृष्णा आचार्य से मुलाकात की, इस दौरान आचार्य ने अपनी पुस्तक उन्हें भेंट की गई।
पुस्तक के विमोचन के अवसर पर ऑल इंडिया चेस फैडरेशन के चेयरमैन अमित वर्मा ,पूर्व न्यायाधीश महेश शर्मा और राजस्थान शतरंज संघ के चेयरमैन शंकर लाल हर्ष सहित संयुक्त निदेशक अरविंद व्यास, निदेशक रचना भाटिया और निदेशालय के खेलकूद अनुभाग के प्रभारी अशोक व्यास सहित शिक्षा विभाग शिक्षा विभाग के गणमान्य अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।

