संभागीय आयुक्त की पहल पर हुआ आयोजन
बीकानेरNidarIndia.com उरमूल डेयरी में किस तरह से दूध की प्रोसेसिंग होती है। कैसे घी, श्रीखंड, छाछ और दही की पैकेजिंग की पूरी प्रक्रिया से गुरुवार को पत्रकार रूबरू हुए।

मौका था संभागीय आयुक्त डॉ नीरज के पवन की पहल पर उरमूल डेयरी का शैक्षणिक भ्रमण का।
इस दौरान पत्रकारों के साथ संभागीय आयुक्त नीरज के पवन ने भी डेयरी में दुग्ध पालकों से दूध प्राप्त होने से लेकर इसकी प्रोसेसिंग, पाश्चराइजेशन और पैकेजिंग तक की संपूर्ण प्रक्रिया के बारे में डेयरी के प्रबंध संचालक से जानकारी ली। डेयरी के प्रबंध संचालक बाबूलाल बिश्नोई ने प्रमुख उत्पाद दूध,दही, छाछ, घी, श्रीखंड सहित निर्माण प्रक्रिया की जानकारी दी।

डेयरी के चेयरमैन नोपाराम जाखड़ ने बताया कि सभी उत्पादों के निर्माण में शुद्धता का विशेष ध्यान रखा जाता है और गुणवत्ता से किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जाता। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा गोपालकों को प्रति लीटर 05 रुपए सब्सिडी दिए जाने को बेहद लाभकारी बताया। उन्होंने प्लांट की मशीनरी की जानकारी दी।
संभागीय आयुक्त डॉ नीरज के पवन ने कहा कि डेयरी के उत्पादों और इसकी शुद्धता की जानकारी आमजन तक पहुंचे इसके मद्देनजर यह शैक्षणिक भ्रमण करवाया गया है। उन्होंने कहा कि आगे भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने इन उत्पादों के प्रचार प्रसार का आह्वान किया। सहायक निदेशक जनसंपर्क हरि शंकर आचार्य ने कहा कि भ्रमण से युवा पत्रकारों को डेयरी की कार्यप्रणाली की जानकारी मिलेगी।
जार के जिलाध्यक्ष श्याम मारू ने संगठन की अब तक की गतिविधियों की जानकारी दी। प्रदेश उपाध्यक्ष भवानी जोशी ने स्वागत उद्बोधन दिया। जार के महासचिव अजीज भुट्टा ने आभार जताया। बीकानेर प्रेस क्लब के अध्यक्ष जयनारायण बिस्सा ने कहा कि पत्रकारों की ओर से सामाजिक सरोकार के कार्यों में बढ़ण्चढ़कर भागीदारी निभाई जाती है।
इस दौरान जार की ओर से संभागीय आयुक्त, डेयरी चेयरमैन, प्रबंध निदेशक, सहायक निदेशक जनसम्पर्क और डेयरी के प्रशासनिक अधिकारी का सम्मान किया गया। इस अवसर पर संभागीय आयुक्त और डेयरी चेयरमेन ने पौधारोपण किया।
इस दौरान जनसंपर्क विभाग के सेवानिवृत्त संयुक्त निदेशक दिनेश चंद्र सक्सेना, डेयरी के प्रशासनिक अधिकारी सलीम भाटी, प्लांट मैनेजर भरत सिंह सहित पत्रकार मौजूद रहे।

