बीकानेरNidarIndia.com कहते है जिस मिट्टी में जन्म होता है, उस जगह की माटी की खुशबू जीवनभर याद रहती है, अपने गांव, गली, गुवाड, शहर की माटी आदमी के जहन में रहती है। चाहे वो कही भी रहे। ऐसा ही एक परिवार है, जो मूलतय तो गजनेर गांव का रह्रने वाला है, लेकिन व्यापार के सिलसिले में कोलकाता में प्रवास करता है।



इसके बावजूद हर दीपावली को वे अपने परिवार सहित अपने गांव में ही दिवाली मनाने आते हैं। इस बार भी दिवाली के लिए कोलकाता से बीकानेर आए दिनेश कुमार भट्ठड ने कोलकाता रवाना होते समय स्टेशन पर “निडर इंडिया” के साथ बातचीत की, उन्होंने बताया कि व्यापार कोलकाता में चलता है, वहां व्यस्तता रहती है, दौडभाग भरी जिन्दगी से थोडा सुकून मिले, इसके लिए गांव[देस] याद आता है। यही वजह है लगभग हर दिवाली को अपने गांव में अपने परिवार, मित्रों के साथ मनाने के लिए आते हैं।
इस बार भी अपनी पत्नी राधिका भट्ठड, पिता और अन्य सदस्यों के साथ बीकानेर आए थे, त्योहार मनाने के बाद वापस कर्म भूमि की ओर जा रहे हैं। मगर अपने गांव की सुनहरी यादे साथ में लेकर जा रहे हैं, उन्होंने सभी मित्रों और परिजनों के सदसयों को दिवाली की शुभकानाएं दी। गौरतलब है कि दिनेश भट्ठड कोलकाता में टूर-टे्रवल्स के व्यापार से जुडे, इनकी कंपनी नैपच्यून भारत सहित अमेरिका, यूरोप सहित कई देशों के लिए ट्रेवल्स पैकेज, हॉलीडे पैकेज देती है।
सीजन था फिर भी आए…



त्यौहार की छुट्टियों में लोग सैर-सपाटे पर निकलते है, भट्ठड ने बताया कि वर्तमान में उनके व्यापार का सीजन समय है, लेकिन उस व्यस्त समय में से थोडा समय निकाला और अपने गांव-घर आ गया।
