वेद मंत्रों से गूंज उठा कलेक्ट्रेट परिसर, राष्ट्रीय संत सरजूदास महाराज के सान्निध्य में 151 ब्राह्मणों ने किया रुद्राभिषेक, महाराज ने बीडीए को दी चेतावनी

बीकानेर, निडर इंडिया न्यूज।

राष्ट्रीय संत सरजूदास महाराज ने कहा है कि यह बीकानेर का दुर्भाग्य की बात है कि गोचर ओरण पर प्रशासन कब्जे की नियत बना रहा है। उन्होंने सीधे तौर पर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जो भाजपा सरकार सनातन की पक्षधर है, जो हिन्दुत्व की बात करती है और संत समाज का सम्मान करती है।
उसी सरकार में गोचर ओरण पर खतरा मंडरा रहा है। डबल इंजन की सरकार होने के बावजूद यदि गोचर ओरण का अस्तित्व खतरे में है तो यह उलटी गिनती मान लीजिए। संत सरजूदास मंगलवार को मंगलवार को जिला कलक्ट्रेट के समक्ष हुए रुद्राभिषेक और गोपाल गौयज्ञ कार्यक्रम में बोल रहे थे। गोचर बचाने के लिए आज सरकार की सद्बुद्धि यज्ञ किया गया था, इस मौके पर 151 वेद पाठी ब्राह्मणों ने रुद्राभिषेक भी किया।
सरजूदास महाराज ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि गोचर ओरण में किसी भी प्रकार की पार्टीबाजी नहीं चलने देंगे। हमें किसी पक्ष और विपक्ष की आवश्यकता नहीं है, गोचर को हम सुरक्षित करेंगे और यदि नहीं कर सके तो निश्चित रूप से देह त्याग देंगे। यह साफतौर पर कह देता हूं कि यह आयोजन केवल गोचर ओरण संरक्षण यानि गौमाता के लिए है, अभी अभिषेक और यज्ञ के माध्यम से सरकार व प्रशासन को सद्बुद्धि की कामना की गई है।


समय रहते यदि ठोस कार्यवाही नहीं हुई तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। उसका परिणाम भी सरकार को भुगतना पड़ेगा। अखिल भारतीय गोवंश गोचर संरक्षक संस्थान बीकानेर एवं गोचर ओरण संरक्षक संघ राजस्थान के तत्वावधान में महामंडलेश्वर सरजूदासजी महाराज और संत समाज के सान्निध्य हुआ। इस अवसर पर पं. जुगलकिशोर ओझा (पुजारी बाबा), पंचागकर्ता पं. राजेन्द्र किराड़ू के आचार्यत्व में गोचर ओरण भूमि संरक्षण के लिए 151 वेदपाठी ब्राह्मणों ने सुबह 11:30 से दोपहर 1:30 बजे तक रुद्राभिषेक किया।

यज्ञ में दी आहुतियां…
वहीं दोपहर 2 से 5 बजे तक गोपाल गौयज्ञ व आरती का आयोजन किया गया। आयोजन में पूज्य संत श्रीधरानंद महाराज, शिवबाड़ी मठ अधिष्ठाता विमर्शानंदगिरि महाराज, नवलकिशोरदास महाराज, सुभाषगिरी जी महाराज, सूरजनाथ महाराज,श्यामसुंदरदास महाराज, रामेश्वरानंद महाराज,आकाशानंद महाराज, शंकरपुरी महाराज, नारायणराम महाराज, संतोषानंद महाराज का सान्निध्य रहा।
कार्यक्रम में पूर्व मंत्री बीड़ी कल्ला, यशपाल गहलोत,मदन मास्टर, मुरलीधर पुरोहित, उमेश किराडू, विमल किराडू, सुशील किराडू, हिमांशु किराडू, भवानी व्यास, मदन छंगाणी एवं संतोष व्यास, शिव गहलोत, श्रीभगवान अग्रवाल, कन्हैयालाल भाटी, कैलाश सोलंकी, सूरजप्रकाश राव, मनोज सेवग, महेन्द्र परिहार, निर्मल उपाध्याय, गिरधर जोशी, कमल व्यास आदि की सहभागिता रही।वहीं बड़ी संख्या में महिलाओं ने भी भागीदारी निभाई।





