बीकानेरNidarIndia.com बाल श्रम से बच्चों को मुक्त कराने के उद्देश्य से गठित टीम बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोडऩे के प्रयास कर रही है। इसमें बाल श्रम उन्मूलन के लिए गठित टीमों ने बाल श्रम करते पाए गए 12 बच्चों को स्कूल एवं 7 बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्र में मिला प्रवेश दिलाया।
बाल अधिकारिता विभाग की सहायक निदेशक कविता स्वामी ने बताया कि जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल के निर्देशानुसार तीन टीमों का गठन कर बाल श्रम उन्मूलन की कार्यवाही की जा रही है। अभियान के तहत राजकीय संप्रेषण एवं किशोर गृह, हल्दीराम प्याऊ, जयपुर रोड पर विभिन्न संस्थानों, दुकानों, होटल आदि पर बाल श्रम नहीं करवाने एवं बालश्रम नहीं करवाने का बोर्ड प्रदर्शित करने के लिए निर्देशित किया गया।
इस श्रंखला में वैष्णो देवी मंदिर रोड पर भिक्षावृत्ति में लिप्त एवं आसपास झुग्गी झोपड़ी में आवासित बच्चों को स्कूली आंगनबाड़ी में प्रवेश के लिए समझाने का कार्य किया गया। उन्होंने बताया कि बुधवार को 12 बच्चों को राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, उदासर स्कूल में प्रवेश दिलवाया गया और सात बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्र से जोड़ा गया।
स्ट्रीट चिल्ड्रन बच्चों को आंगनबाड़ी एवं स्कूल शिक्षा से जोडऩे में किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य अरविंद सिंह सेंगर, ललिता सांखला, सुमन तर्ड, टालाराम, चाइल्ड लाइन टीम के सदस्यों और बाल अधिकारिता विभाग की सुमन मेहरा, चाइल्ड प्रोटेक्शन ऑफिसर रामनिवास, मानव तस्करी प्रकोष्ठ के सदस्यों ने भागीदारी निभाई।