बीकानेर,निडर इंडिया न्यूज।

गजनेर में ब्राह्मणों के मोहल्ले में स्थित जिया कुंज में चल रही भागवत कथा की पूर्णाहुति शुक्रवार को हुई। अंतिम दिन कई प्रसंगों की व्याख्या की गई। भागवताचार्य पंडित दुर्गा दत्त व्यास ने पंड़ित दत्राते प्रसंग सुनाया। भगवान आज अपने धाम की और जाते है, इस प्रसंग के दौरान पंडाल में बैठे श्रद्धालु भाव-विभोर हो गए। प्रसंग में परिक्षित मोक्ष सहित कथा प्रसंगों की व्याख्या हुई।
सुदामा को माया का दर्शन कराया, तो सुदामा अचरज में पड़ गए। पंड़ित व्यास ने भागवत के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि मोक्ष की ओर ले जाने का मार्ग यही है। इस काया में जो बोल रहा है, वो ही नारायण है। यजमान चंद्रप्रकाश भट्ठड़, दिनेश भट्ठड़ ने सपत्नीक व्यास पीठ की पूजा-अर्चना कराई। पूजन में पंड़ित अमरचंद पुरोहित, माधव व्यास ने भागीदारी निभाई।आयोजन को लेकर सूरजकरण भट्ठड़, गिरधर गोपाल झंवर सहित भट्ठड़ परिवार भागीदारी निभा रहे हैं। आयोजन में कोलकाता से नारायण भूतड़ा, संजय झंवर सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु दिल्ली, सूरत, बैंगलुरु, चैन्नई सहित महानगरों से भागवत सुनने के लिए पहुंचे हैं। संगीतमय कथा में नरोत्तम रंगाऔर पार्टी ने संगत की।

संकीर्तन के साथ किया विदा
भागवत कथा की पूर्णाहुति पर भट्ठड़ परिवार के सभी सदस्यों ने संकीर्तन करते हुए भागवतजी को विदा किया। चंद्र प्रकाश भट्ठड ने अपने सिर पर भागवत पुराण को रखकर परिक्रमा की, उसके बाद पंड़ित दुर्गादत्त व्यास को समर्पित कर दिया। कल सुबह साढ़े नौ बजे हवन होगा।

