बीकानेर,निडर इंडिया न्यूज।

बीते दिनों शोभासर में हुए हत्याकांड में शामिल तीन आरोपियों को आज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मामले में शामिल अन्य लोगों के बारे में पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है, साथ ही उनके ठिकानों के बारे में भी अनुसंधान चल रहा है। जानकारी के अनुसार शोभासर में पांच नवंबर को राजकुमार नामक शख्स की मारपीट में जान चली गई थी।
इस प्रकरण को लेकर करमीसर निवासी किसनाराम जाट ने बीछवाल थाना पुलिस को पर्चा बयान के जरिए रिपोर्ट दर्ज कराई थी। परिवादी ने पुलिस को बताया था कि उसकी गाय समीप में ही उसके भाई कुंभाराम की ढाणी में चली गई थी, इस बात को लेकर विवाद हो गया था। इस दौरान कुम्भाराम ने नाराज होकर परिवादी और उसकी पत्नी से गाली-गलौच किया। इस बीच प्रार्थी के भतीजे राजकुमार ने कुम्भाराम से समझाईश की तो वह राजकुमार से उलझ गया। उसके बाद रात को प्रार्थी अपनी ढाणी चले गए थे। रात को करीब दस बजे राजकुमार की ढाणी से चिल्लाने की आवाज सुनकर प्रार्थी और उसकी पत्नी बाहर निकले, तो देखा कि कुम्भाराम, कुम्भाराम की पत्नी और कुम्भाराम के पुत्र सहीराम, प्रकाश, देवीलाल, उदराम और दो-तीन अन्य लोगा व सहीराम की पत्नी अमरी देवी हाथ में नुकिले व धारदार हथियार लेकर आए थे।
प्रार्थी के देखते ही देखते उन्होंने राजकुमार को नीचे पटक कर उस पर चाकू जैई व नुकिले हथियारों से वार करने लगे। कुम्भाराम की पत्नी व सहीराम की पत्नी ने राजकुमार की पत्नी मनीषा को पकड लिया व उसके साथ मारपीट की। प्रार्थी और उसकी पत्नी ने जब राजकुमार को छुडाने का प्रयास किया तो सभी ने मिलकर उसे भी नीचे गिरा दिया। उसको जान से मारने की नियत से हथियारों से हमला बोल दिया। प्रार्थी ओर उसके भतीजे राजकुमार को मरा समझ कर सभी वहां से भाग गये। उसके बाद हमारे परीवार वालो ने हमे च्ठड अस्पताल बीकानेर पंहुचाया। जहां उपचार के दौरान मारपीट राजकुमार की मौत हो गई। मामला दर्ज करने के बाद थानाधिकारी गोविन्द सिंह चारण पुलिस निरीक्षक अनुसंधान शुरू किया।

मामले की गंभीता को देखते हुए पुलिस टीम ने थानाधिकारी के नेतृत्व में कार्रवाई करते हुए वांछित अभियुक्त देवीलाल पुत्र कुम्भाराम जाट, उदराम पुत्र कुम्भामराम जाट, कुम्भारराम पुत्र उमाराम जाट को दस्तयाब करने के बाद अनुसंधान कर तीनों अभियुक्तों को जरिये फर्द गिरफ्तार किया है ।
यह टीम रही सक्रिय
आरोपियों को गिरफ्तार करने में बीछवाल थानाधिकारी गोविन्दि सिंह चारण, जगदीश कुमार सउनि,हरीश कुमार कानि, राजाराम, राम निवास ने सक्रिय भागीदारी निभाई।


