बीकानेरNidarindia.com
रेल संचालन के दौरान सूझबूझ दिखाकर दुर्घटना होने से बचाने वाले कर्मचारियों को सम्मान मिला। उत्तर पश्चिम रेलवे बीकानेर मंडल के डीआरएम आशीष कुमाार ने आज ऐसे कार्मिकों की सराहना करते हुए संरक्षा पुरुस्कार से सम्मानित किया।




वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक महेशचंद जेवलिया के अनुसार सोयल खान ट्रैक मेंटेनर (तृतीय) मुख्यालय लालगढ़ ने 09 मार्च को सम पार संख्या 138-बी-1 पर गेटमैन की ड्यूटी के दौरान एक गुड्स ट्रेन के हॉट एक्सल की सूचना बिना समय गवाए नजदीकी स्टेशन अधीक्षक को दी। इस प्रकार उन्होंने संरक्षा का कार्य किया और ट्रेन का बचाव किया।
इसी तरह नागेंद्र पाल लोको पायलट/ मालगाड़ी मुख्यालय- बीकानेर ने ट्रेन संख्या अप एसपीआईसी चूरू से बीकानेर तक ट्रेन संचालन के दौरान नापासर स्टेशन के पास पहुंचने पर महसूस किया कि सतर्कता आदेश में जारी किया हुआ गति ट्रेन संचालन के लिए सुरक्षित नहीं है। उन्होंने नीचे उतर कर जांच की और देखा कि ट्रेन का अंडर फ्रेम गिट्टियों से पूरी तरह जाम हो चुका है। यदि लोको पायलट ने ऐसे समय तुरंत ट्रेन को रोका नहीं जाता तो बड़ी घटना घटित हो सकती थी। इसके बाद गैंग स्टाफ की और से ट्रैक से गिट्टियां हटाने के बाद गाड़ी का संचालन किया गया। इस प्रकार लोको पायलट नागेंद्र पाल ने सूझबूझ व सतर्कता का परिचय देकर सुरक्षित गाड़ी संचालन में सराहनीय कार्य किया।
इस तरह अश्विनी कुलहरी वरिष्ठ लिपिक, संरक्षा विभाग और शहजाद अली लिपिक, संरक्षा विभाग मुख्यालय -बीकानेर ने इस वर्ष का डिजास्टर मैनेजमेंट प्लान (डीएमपी) तैयार कर सभी संबंधित विभाग को वितरित कर सराहनीय कार्य किया गया।


चारों को मिला आज सम्मान…
चारों कर्मचारियों की और से रेल संरक्षा के लिए सराहनीय कार्य किया गया। इस कारण संभावित दुर्घटना को बचाया जा सका और संरक्षा के प्रति जागृत किया गया है। इसके लिए कर्मचारियों को संरक्षा पुरस्कार दिया गया है।
कार्यक्रम में मंडल रेल प्रबंधक के साथ अपर मंडल रेल प्रबंधक रुपेश कुमार, वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी सुरेंद्र कुमार, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक महेश चंद जेवलिया और वरिष्ठ मंडल इंजीनियर (समन्वय) अमित जैन भी उपस्थित रहे।
