रिद्धि सिद्धि भवन में आयोजित हुए कार्यक्रम में 95 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाली प्रतिभाओं को भी किया गया सम्मानित

बीकानेर, निडर इंडिया न्यूज।
सेवानिवृति प्रधानाचार्य स्व. खुशालचंद रंगा स्मृति में बुधवार की शाम शहर के रानी बाजार स्थित रिद्धि सिद्धि पैलेस में पत्रकारिता, साहित्य, शिक्षा व खेल की प्रतिभाओं को कलमश्री अवार्ड से सम्मानित किया गया। इस दौरान विभिन्न परीक्षाओं में 95 प्रतिशत से अंक लाने वाली प्रतिभाओं को एजुकेशन आइकॉन अवार्ड से सम्मानित किया गया। ये कार्यक्रम अभ्युदय चैरिटेबल फाउण्डेशन ट्रस्ट द्वारा आयोजित किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के कुलगुरू आचार्य मनोज दीक्षित ने कहा कि जीवन में आगे बढ़ने के लिए पहले लक्ष्य तय करना पड़ता है। जिसने भी लक्ष्य तय कर लिया तो फिर समझो वो जिन्दगी की रेस में सफल है। इसलिए लक्ष्य बनाकर किया गया हर कार्य सफल होता है। दीक्षित ने कहा कि सफलता का मायना हार या जीत से नहीं बल्कि आप द्वारा तय किए गए टारगेट पर निर्भर करता है। उन्होंने कहा कि ये ही जीवन का सच है। जीवन में सत्य ही है यहां झूठ का कोई स्थान नहीं है। उन्होंने कहा कि केवल मेहनत व लगन से ही हम जीवन में आगे बढ़ सकते हैं। आपकी मेहनत ही सबकुछ है और वो ही परिणाम देती है। इस दौरान कुलगुरू ने एजुकेशन आईकॉन अवार्ड विजेता छात्र छात्राओं को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं प्रदान की।

मोटिवेशनल वक्ता के रूप में बीकानेर इंजीनियरिग कॉलेज के पूर्व प्राचार्य मनोज कुडी ने कहा कि सफलता का शॉर्टकट नहीं है आपको इसके लिए भरपूर मेहनत करनी होगी। कई बार बच्चे परीक्षाओं में भले ही कम नंबर लाते हैं मगर प्रतियोगी परीक्षाओं में वे अच्छा परिणाम देते हैं। ये उनकी मेहनत का ही परिणाम होता है। उन्होंने कहा कि जीवन में निराशा का कोई स्थान नहीं है। यह परिणाम हमें कुछ न कुछ सीख अवश्य देता है इसलिए परिणामों से घबराए बिना उनसे सीख लेकर मैदान में उतरो और अपने आपको फतेह करो। इस मौके पर माध्यमिक जिला शिक्षा अधिकारी रामगोपाल शर्मा ने भी होनहार छात्र छात्राओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि स्कूली शिक्षा का जीवन में बहुत महत्व है। यहां जो कुछ सीखे है।
ये सीख अब आपके पूरे जीवन में काम आएगी इसलिए अपने आपको उसी सीख के आधार पर आगे बढाओ तो फिर जीवन सफल हो जाएगा। तीरदांजी कोच अनिल जोशी ने स्व. रंगा के खेलों में दिए गए योगदान पर प्रकाश डाला। इससे पहले आयोजन कमेटी के ज्योति प्रकाश रंगा ने स्व. खुशालचंद रंगा के व्यक्तित्व व कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला तथा अपने पिता स्व. खुशालचंद रंगा के साथ बिताए पलों को साझा किया। कार्यक्रम में स्वागत भाषण वरिष्ठ राजस्थानी साहित्यकार कमल रंगा ने दिया। मंच का संचालन रविन्द्र हर्ष ने किया। अंत में दीपक रंगा ने सभी का आभार जताया।
पुराने साथियों ने सुनाए संस्मरण…
इस दौरान उद्योगपति व समाजसेवी कन्हैया लाल बोथरा ने स्व. खुशालचंद रंगा के साथ बिताए अपने जीवन के पलों को याद करते हुए कहा कि बहुत रचनात्मक व्यक्तित्व थे। उनकी हर विषय पर गहरी सोच व समझ थी। कॉलेज विद्यार्थी के रूप में भी वे जुझारू थे तभी तो डूंगर कॉलेज छात्रसंघ अध्यक्ष का चुनाव जीत पाए। बोथरा ने बताया कि स्व. रंगा एक अच्छे लेखक व एक अच्छे वक्ता भी थे। इस दौरान स्व. रंगा के बचपन के मित्र एनडी रंगा ने कहा कि खुशालचंद रंगा को आप किसी भी तरीके से परिभाषित नहीं कर सकते क्योंकि वे बहुआयामी थे। एक अखबार निकाला और खेल पत्रकारिता को नए आयाम दिए। जब वे शिक्षक बने तो बच्चों को शिक्षा का महत्व बारीकी से बताया। पुष्करणा स्कूल के प्रिसिंपल बने तो उन्होंने स्टाफ को मैनेजमेंट सिखाया। इस तरह वे अपने आप में एक प्रतिभाशाली व्यक्तित्व के धनी थे। संस्मरण सुनाते समय बोथरा व रंगा भी भावुक हो गए।
इनको मिला कलमश्री अवार्ड :
आयोजन कमेटी के आनंद प्रकाश रंगा ने बताया कि साहित्य क्षेत्र में मालचंद तिवाड़ी व वरिष्ठ साहित्यकार बुलाकी शर्मा तथा कवयित्री चंचला पाठक बुनियाद जहीन को तथा पत्रकारिता क्षेत्र में वरिष्ठ पत्रकार संतोष जैन, युवा पत्रकार राजेश सक्सेना व खेल पत्रकारिता में नूतन हर्ष को कलमश्री अवार्ड दिया गया। इसी प्रकार शिक्षा के क्षेत्र में इंजीनियर भूपेंद्र मिड़्ढा तथा जेठमल सुथार, श्रीमती अदिति माथुर, राजेश रंगा व संजय आचार्य को तथा महिला ज्योतिष लेखिका के रूप में श्रीमती सीमा श्रीमाली, खेल में सुश्री वेदिका, रामविनोद शर्मा, पीयूष सोढी, पूर्व छात्र राम निवास कूकना, कला क्षेत्र में महावीर स्वामी मिनिएचर आर्टिस्ट, महेश चंद्र महात्मा को भारोत्तोलन में अवार्ड देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान 12वीं कक्षा में 95 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल करने वाले 85 स्टॅडैँटस को एजुकेश आईकॉन अवार्ड प्रदान किया गया।
ये रहे मौजूद…
समाजसेवी चन्द्रेश हर्ष, डा. सीएस रंगा, शक्तिरतन रंगा, ज्योतिषाचार्य चन्द्रशेखर श्रीमाली, स्काउट गाइड के जसवंत सिंह, राष्टपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक दीपक जोशी, जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष डीपी पच्चिसिया, विनोद गोयल, साहित्यकार राजेन्द्र जोशी, बीकानेर आईजी के निजी सचिव नरेश श्रीमाली, एडवोकेट हीरालाल हर्ष, अस्मां नाज, मधु खत्री, रचना रंगा, कांग्रेस के युवा नेता आनंद जोशी व मिनखा महाराज सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद थे।


