भुवनेश्वर,निडर इंडिया न्यूज।
कटक रेलवे स्टेशन का कायपलट किया गया है। इसके तहत आज पूर्वी प्रवेश द्वार का उद्घाटन रेल, सूचना एवं प्रसारण और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने किया। यह अमृत स्टेशन योजना के तहत स्टेशन पुनर्विकास में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह नया प्रवेश द्वार और पूर्वी स्टेशन भवन यात्रियों के यात्रा के अनुभव को परिवर्तित करने के लिए तैयार है, जो बेहतर पहुंच, सुरक्षा और सुविधा प्रदान करेगा।
पूर्वी प्रवेश द्वार को राष्ट्रीय राजमार्ग की ओर से आने वाले यात्रियों के निर्बाध आवागमन के लिए डिजाइन किया गया है, जिससे स्टेशन अधिक सुलभ बनेगा और बिना किसी परेशानी के यात्रियों को पहुंचने में मदद मिलेगी। यह विकास 303 करोड़ रुपये की महत्वाकांक्षी परियोजना का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य कटक रेलवे स्टेशन को विश्वस्तरीय सुविधाओं वाले आधुनिक परिवहन केंद्र के रूप में पुनर्विकसित करना है।
इस मौके पर रेल मंत्री वैष्णव ने इस विकास के महत्व पर जोर दिया। इससे यात्री अनुभव में सुधार होगा और क्षेत्र की कनेक्टिविटी में वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि यह परियोजना व्यापार और वाणिज्य को प्रोत्साहन देकर सामाजिक-आर्थिक विकास में भी योगदान देगी, जिससे कटक रेलवे स्टेशन इस क्षेत्र का प्रमुख केंद्र बन जाएगा। इस अवसर पर कटक से लोकसभा सांसद भर्तृहरि महताब, विधायक और और जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे।
इतनी लागत से हुआ तैयार
14.63 करोड़ रुपये की लागत से पूरा हुआ पूर्वी प्रवेश द्वार परियोजना क्षेत्र में बेहतर कनेक्टिविटी की पुरानी मांगों को पूरा करता है। यह नई बुनियादी संरचना स्टेशन संचालन को सरल बनाएगी और यात्री प्रवाह में सुधार लाएगी, जिससे सुरक्षा और यात्रा की दक्षता बढ़ेगी।
यह स्टेशन न केवल कटक के यात्रियों की बल्कि पारादीप, जगतसिंहपुर, केंद्रापाड़ा, जाजपुर, बड़ाम्बा, नरसिंहपुर और नियाली जैसे आसपास के जिलों के यात्रियों की भी सेवा करेगा। यात्रियों के आराम और सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करते हुए यह विकास भविष्य में देश भर में रेलवे स्टेशन पुनर्विकास के लिए एक मॉडल बनने जा रहा है।
यह रहेगी विशेषताएं :
- वातानुकूलित स्थान: 21,270 वर्ग फीट का वातानुकूलित क्षेत्र, जो यात्रियों के लिए आरामदायक वातावरण सुनिश्चित करता है।
- आधुनिक सुविधाएं: इसमें 2,100 वर्ग फीट का फूड कोर्ट, आधुनिक शौचालय, टिकट काउंटर, प्रतीक्षालय, एस्केलेटर, लिफ्ट और अन्य सुविधाएँ शामिल हैं।
- सुगम्य प्रवेश: एस्केलेटर और लिफ्ट के साथ सुगम्य-अनुरूप सुविधाएँ, जिससे सभी यात्रियों, विशेषकर दिव्यांगजनों के लिए पहुंच सुनिश्चित हो सके।
- बेहतर यात्री सुविधाएं : विशाल परिसंचरण क्षेत्र, पार्किंग और पिकअप/ड्रॉप-ऑफ सुविधाएं, जिससे स्टेशन तक पहुँच आसान हो जाएगी।
- अतिरिक्त सेवाएं: इसमें प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्र (पीएमबीजेके), एटीएम किओस्क, ऑटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीन (एटीवीएम), और वन स्टेशन वन प्रोडक्ट (ओएसओपी) ट्रॉलियाँ शामिल हैं, जो महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाए गए स्थानीय हस्तशिल्प को बढ़ावा देती हैं।
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