बीकानेर,निडर इंडिया न्यूज।
शिक्षा विभाग में कार्यरत मंत्रालयिक संवर्ग के कार्मिकों की डीपीसी और काउंसलिंग नहीं होने शिक्षा विभागीय कर्मचारी संघ में रोष है। इसके विरोध में संगठन की ओर से निदेशालय के सामने दिया जा रहा अनिश्चितकालीन धरना पांचवे दिन भी जारी रहा।
प्रदेशाध्यक्ष कमलनारायण आचार्य ने बताया कि बार-बार संघ की और से ज्ञापन देने, धरने का नोटिस देने एवं वार्ता करने के बावजूद स्कूल शिक्षा विभाग में मंत्रालयिक संवर्ग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की रिव्यु एवं नियमित डीपीसी करने में विलम्ब किया जा रहा है। इसके चलते कर्मचारियों को प्रतिमाह हजारों रूपये का आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। गौरतलब है कि शिक्षा विभाग को छोड़कर अन्य विभागों में मंत्रालयिक संवर्ग की डीपीसी लगातार हो रही है। इससे विभाग में भारी आक्रोश की स्थिति पैदा हो रही है।
संस्थापन अधिकारी, प्रशासनिक अधिकारी, अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी, सहायक प्रशासनिक अधिकारी, वरिष्ठ सहायक एवं कनिष्ठ सहायक के पदों की 2023-24 तक की रिव्यु तत्पश्चात् 2024-25 की नियमित डीपीसी जिसमें लोक सेवा आयोग से चयनित 1986 के कार्मिकों, पंचायत राज विभाग से आये कार्मिकों, दिव्यांगजनों के प्रकरणों को निस्तारित करते हुए केडर रिव्यु के आधार पर 01.04.2017, 01.04.2023 से संशोधित पदों और नवसृजित जिलों के कार्यालयों में मंत्रालयिक संवर्ग के नवसृजित पदों को शामिल करते हुए अविलम्ब पदस्थापन ऑनलाईन काउंसलिंग प्रक्रिया के माध्यम से शत प्रतिशत पदों को प्रदर्शित कर, कार्यवाही की जानी सुनिश्चित करने की मांग की गई है।
आज धरने पर प्रदेश संस्थापक मदन मोहन व्यास, प्रदेशाध्यक्ष कमलनारायण आचार्य, प्रदेश महामंत्री ओमप्रकाश बिश्नोई, जितेन्द्र गहलोत आदि बैठे और समर्थन में भामस के वरिष्ठ नेता श्यामसुन्दर ओझा, निदेशालय के वरिष्ठ कर्मचारी नेता हेमाराम जाट, कैलाश सिंह कविया, महेन्द्र बेनीवाल, अशोक सांखला, प्रशान्त कड़वासरा, रामरतन सारण, अजय गोदारा, कपिल पंवार, गोविन्द सिंह राजपुरोहित, मनोज कुमार जल, हरप्रीत सिंह, विष्णुदत पुरोहित, राजकुमार अनेजा, इकबाल हसन, शकील अहमद, बाबूलाल, विक्रम जोशी, जयकिशन, कैलाश चन्द्र, रामचन्द्र बाल्मिकी, राम रतन, अशोक कुमार, लक्ष्मीनारायण बाबा, प्रवीण गहलोत, विजय कुमार ओझा, शशि कान्त त्रिपाठी, बंशीलाल जोशी, शशि कुमार चैधरी, राजेश पारीक, कमल नयन सिंह, मुरारी ठाकुर, पीपाड़ शहर से सोहनलाल अति.प्रशा. अधिकारी एवं उनकी पत्नी शोभना आदि शामिल हुए।