स्वास्थ्य : मौसमी बीमारियों का डर, रोकथाम के लिए सतर्क हुआ विभाग - Nidar India

स्वास्थ्य : मौसमी बीमारियों का डर, रोकथाम के लिए सतर्क हुआ विभाग

जयपुर, निडर इंडिया न्यूज।

बारिश के मौसम में अब बीमारियों की चिन्ता सताने लगी है। सरकार भी मौसमी बीमारियों को लेकर सतर्क हो गई है। खासकर मलेरिया, डेंगू सरीखी बीमारियों पर अंकुश लगाने और रोकथाम करने के लिए प्रयास शुरू किए जा रहे हैं।

 बचाव के लिए चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग की और से संबंधित अन्य विभागों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए ‘स्वास्थ्य दल आपके द्वार’ का प्रथम चरण 31 अगस्त तक चलाया जाएगा।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री  गजेन्द्र सिंह खींवसर ने चिकित्सा, स्थानीय निकाय, पंचायतीराज एवं समाज कल्याण विभाग सहित अन्य विभागों से समन्वय स्थापित करने हुए मौसमी बीमारियों की रोकथाम एवं बचाव के लिए घरों का सर्वे, सोर्स रिडक्शन, एन्टीलार्वल, एंटीएडल्ट तथा जागरुकता के लिए आईईसी गतिविधियां कर प्रभावी उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।

अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य  शुभ्रा सिंह ने बताया कि डेंगू केसेज में ज्यादातर बढ़ोतरी अगस्त से लेकर नवम्बर माह में ज्यादा होती है, ऐसे में मच्छरों की ट्रांसमिशन श्रंखला को तोड़ने के लिए मच्छररोधी गतिविधियां आवश्यक होती हैं। उन्होंने बताया कि सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को डोमेस्टिक ब्रीडिंग चैकर, आशा-एएनएम और सीएचओ की टीम एवं पर्यवेक्षण के लिए एलएचवी, पीएचएम एवं मल्टी पर्पज वर्कर की टीम गठित कर नियुक्त कर कार्रवाई करने के निर्देश प्रदान किए गये हैं। बुखार के रोगियों की स्लाईड एकत्रण, बुखार रोगियों का सर्वे, एन्टोमोलॉजिकल सर्वे और हाउस इंडेक्स आदि की नियमित मॉनिटरिंग करने के भी निर्देश दिए गए हैं।

निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. रवि प्रकाश माथुर ने बताया कि नगर निगम से समन्वय स्थापित कर सैनेटरी इंस्पेक्टर को लार्वा का डेमोस्ट्रेशन व एंटीलार्वल गतिविधियों का प्रशिक्षण दिया जाएगा। सभी सोर्स रिडक्शन, एंटीलार्वल आदि गतिविधियों की रिपोर्टिंग मरूधर एप के माध्यम से करवायी जाएगी। इसके साथ ही स्थानीय निकायों के माध्यम से समन्वय स्थापित कर नालियों में एमएलओ डालना, नालियों, टंकी इत्यादि की साफ-सफाई, फोगिंग, सडक पर बने गड्डों को भरना एवं लार्वा पाए जाने वाले घरों में नियमानुसार नोटिस-चालान कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। पंचायती राज के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में फोगिंग कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।

डॉ. माथुर ने बताया कि इस अभियान के तहत नागरिक सुरक्षा, चिकित्सा शिक्षा विभाग, ईएसआई हॉस्पिटल, रेलवे हॉस्पिटल, आयुर्वेद विभाग, समाज कल्याण विभाग, शहरी विकास विभाग एवं हाउसिंह बोर्ड, नर्सिंग कौंसिल और शिक्षा विभाग को भी संबंधित दायित्व सौंपे गए हैं।

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