बीकानेरNidarindia.com
बीकानेर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए फर्जी पासपोर्ट बनाने वाले गिरोह के सरगना को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार फर्जी पासपोर्ट बनाने वाले सरगना राजू वैद को मेरठ से दस्तयाब किया, अनुसंधान के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया है।

पकड़े गए सरगना से पूछताछ जारी है। बताया जा रहा है कि उक्त अपराधी राजू वेद ने हार्डकोर अपराधी की गैंग के सक्रिय वांछित मुल्जिम राहुल रिनउ व महेन्द्र कुमार उर्फ समीर के फर्जी पासपोर्ट बनाने में मदद की थी। हार्डकोर अपराधी की गैंग से जुडे बदमाशों की जल्द ही गिरफ्तारियां होगी।
पकड़े गए सरगना राजू वैद व प्रॉडक्शन वारंट पर गिरफतार हार्डकोर अपराधी की गैंग के गुर्गे माधव पारीक से गहनता से पूछताछ चल रही है। हार्डकोर अपराधी के कहने पर गैंग के गुर्गे माधव पारीक ने परिवादी की रैकी की थी।

घटना विवरण :
पुलिस के अनुसार 11 अप्रेल को परिवादी जुगलकिशोर पुत्र लूणकरन तांवणिया, उम्र 54 साल, निवासी वार्ड नं. 06 मोमासर बास श्रीडूंगरगढ़ ने लिखित रिपोर्ट पेश की कि प्रार्थी को बीते दो साल से मोबाइल पर हार्डकोर अपराधी की ओर से जान से मारने की धमकियां दी जा रही थी, प्रार्थी के पास 04 अप्रेल को दोपहर को व्हाटसएप कॉल आया जिसमें प्रार्थी को हार्डकोर अपराधी के नाम से धमकी दी गई कि तुम 5 करोड रूपए दो, नहीं तो तेरा व तेरे पुत्र व भाई की हत्या कर दी जाएगी। इसके लिए तुम जिम्मेदार होंगे।
फिर 05 अप्रेल को दोबारा प्रार्थी को उसी व्हाटसएप नम्बर से दो वॉइस मैसेज के जरिये धमकी दी गई। जिस प्रकरण नम्बर 213 / 24 धारा 384, 386, 387 भादसं. पुलिस थाना डूंगरगढ में दर्ज कर अनुसंधान किया जा रहा है।
टीम का कार्य व भूमिका : उक्त प्रकरण में हार्डकोर अपराधी व उसकी गैंग के उक्त प्रकरण में सहयोगी सदस्यों को गिरफ्तार करने के लिए आईजी ओमप्रकाश और पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण प्यारेलाल शिवराण, वृताधिकारी श्रीडूंगरगढ निकेत पारीक आरपीएस व इन्द्रकुमार पुनि थानाधिकारी श्रीडूंगरगढ ने टीम का गठन कर उक्त हार्डकोर अपराधी व उसकी गैंग के खास गुर्गो की तलाश शुरू की। साथ ही उनकी गिरफ्तार करने के आदेश जारी किए, जिस पर टीम ने मेहनत और लगन से कार्य किया। तकनीकी सूचना व विश्वनीय मुखबीर से आसूचना प्राप्त हुई की उक्त प्रकरण में शामिल हार्डकोर अपराधी की गैंग के सदस्य कलकता, सिलीगुडी, बंगाल व उत्तरप्रदेश में फरारी काट रहे है।
इसकी सूचना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने स्वयं के सुपरविजन में इन्द्रकुमार थानाधिकारी,श्रीडूंगरगढ, संदीप पूनियां, थानाधिकारी पुलिस थाना जसरासर व दीपक यादव हैडकानि टीम का गठन किया गया। जिस पर टीम ने कार्य करते हुए कलकता पहुंचने पर पता चला कि हार्डकोर अपराधी की गैंग के सदस्य राहुल रिनाउ व महेन्द्र उर्फ समीर ने गाजियाबाद, उत्तरप्रदेश से फर्जी पासपोर्ट बनवाएं हंै, उक्त इनपुट के आधार पर इन्द्रकुमार पुनि मय टीम के मेरठ पहुंचे और फर्जी पासपोर्ट बनाने वाले सरगना राजू वैद को मेरठ से दस्तयाब कर लिया।
उसको 18 अप्रेल को हार्डकोर अपराधी की गैंग का सक्रिय सदस्य वांछित ईनामी अपराधी माधव पारीक को सिलीगुडी (प. बंगाल) से गिरफतार किया गया था, उक्त अपराधी माधव पारीक ने हार्डकोर अपराधी के कहने पर सिलीगुडी (पश्चिम बंगाल) में परिवादी कि रैकी की थी। साइबर सैल ने मुल्जिम राजू वेद की मेरठ (उत्तरप्रदेश) में होने का इनपुट ट्रेस किया गया। पुलिस टीम के की ओर से उक्त आरोपी राजू वेद को मेरठ (उत्तरप्रदेश) से दस्तयाब किया गया और टीम ने पूर्व में गिरफ्तार किए गए माधव पारीक को प्रॉडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया गया है, उक्त मुल्जिम राजू वेद को 01 मई व मुल्जिम माधव पारीक को 06 मई तक न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया गया है। दोनो मुल्जिमों से गहनता से पूछताछ चल रही है।

