धर्म आधारित राजनीति पत्रकारों के समक्ष बड़ी चुनौती : कमल गांधी - Nidar India

धर्म आधारित राजनीति पत्रकारों के समक्ष बड़ी चुनौती : कमल गांधी

कोलकाता के स्प्रिंग क्लब में हुई आधुनिक पत्रकारिता व हम विषयक संगोष्टी

कोलकाताNidarindia.com जर्नलिस्ट एसोसिएशन ऑफ़ राजस्थान (जार) के बीकानेर जिला अध्यक्ष श्याम मारू के नेतृत्व में शैक्षणिक भ्रमण पर कोलकाता गए 26 पत्रकारों के एक दल ने कोलकाता के स्प्रिंग क्लब में एक संगोष्ठी में भाग लिया। इस दौरान आधुनिक पत्रकारिता और हम विषयक संगोष्ठी के मुख्य वक्ता समाजसेवी कमल गांधी ने कहा कि देश मे धर्म होना चाहिए मगर राजनीति में धर्म का कोई स्थान नही होना चाहिए। धर्म आधारित राजनीति अब पत्रकारों के समक्ष बड़ी चुनौती बन गई है इसलिए पत्रकारों को पूरी निष्पक्षता व सजगता से कलम चलानी होगी। उन्होंने कहा कि आज देश मे धर्म आधारित राजनीति के एंजेडा चलाया जा रहा है जिसके आगे गंभीर परिणाम सामने आएंगे। समाजसेवी गांधी ने कहा कि पत्रकार समाज का आइना है जो अच्छा हो उसका प्रसार करना चाहिए मगर जो बुरा है तो उसको हाइलाइट भी करना चाहिए। इससे पहले संचालन करते हुए व संगोष्ठी का विषय प्रवर्तन करते हुए बीकानेर के पत्रकार हरीश बी शर्मा ने कहा कि आधुनिक पत्रिकारिता में अनेक चुनोतियाँ सामने आ रही है। लोगो के सोचने का नजरिया बदला है। पाठक खुद अब खबरों की समीक्षा करने लगा है क्योंकि घटना प्रधान खबरे पाठकों से ही मीडिया के पास पहुच रही है। जमाना अब सोशल मिडिया का हो चला है इसलिए पत्रकारिता में पूरी गंभीरता जरूरी है।

संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए दैनिक सन्मार्ग अखबार के एडिटर सुरेंद्र सिंह ने कहा कि यह सच है कि सोशल मीडिया के जमाने में किसी भी खबर के सत्यता जांच ना ही एक बड़ी चुनौती बन गई है इसलिए हम पत्रकारों को पूरी सतर्कता के साथ काम करना होगा उन्होंने बताया की चुनौतियां पहले भी थी और अब भी है मगर आधुनिक पत्रकारिता में सबसे बड़ी चुनौती वायरल खबरों की हो रही है यह वायरल खबरें सच है या नहीं यह समझना मुश्किल होता जा रहा है। उन्होंने कहा कई बड़ी खबरें दिन भर मोबाइल में आती रहती है मगर प्रिंट मीडिया को वायरल खबरों के बजाय कुछ नया करना पड़ रहा है। यह बड़ी चुनौती सामने आ चुकी है इसलिए हमें तथ्यों पर आधारित और विश्लेषण पर आधारित पत्रकारिता करनी होगी।

टीवी वालों के पास कोई जनहित की खबर नहीं : पुरोहित

टीएमसी के नेता स्वयं प्रकाश पुरोहित ने कहा अब टीवी पत्रकारिता के पास तो दिखाने के लिए कुछ बचा ही नहीं है । वह इन दिनों केवल राम मंदिर की कवरेज कर रहे हैं उन्होंने जनहित के मुद्दों को दिखाना ही छोड़ दिया है। यह आधुनिक पत्रकारिता की बड़ी चुनौती है। पुरोहित ने कहा कि हर सरकार 36 कौम के लिए काम करती है।

वह धर्मनिरपेक्ष होती है। हमारी बंगाल सरकार भी पूर्णतया धर्मनिरपेक्ष है और गंगा सागर तीर्थ यात्रा को सुगम बनाने का काम केवल ममता बनर्जी की सरकार ने ही किया है। उन्होंने युवा पत्रकारों को नसीहत दिखाई वे निष्पक्ष पत्रकारिता को ही अपना धर्म बनाएं तभी देश के जनता के साथ न्याय होगा। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद बीकानेर के युवा नेता कमल कल्ला ने कहा कि लोकतंत्र का चौथा स्तंभ खतरे में है क्योंकि अब सरकार अपना एजेंडा सेट कर रही है जो बड़ी चुनौती के रूप में सामने आ गया है। अखबार के दफ्तर में भी पत्रकारों के हित के बारे में नहीं सोचा जा रहा है इसलिए पत्रकारिता अपने मिशन से भटक चुकी है। इस भटकाव को रोकने के लिए हमें सतर्क होना पड़ेगा। अंत मे जार के उपाध्यक्ष व बीकानेर प्रेस क्लब के अध्यक्ष भवानी जोशी ने सभी अतिथियों का आभार जताया।

इन्होंने भी रख विचार

बीकानेर जार के अध्यक्ष श्याम मारू ने कहा कि चुनोती गंभीर है। पत्रकारों से अब न्यूज के साथ व्यूज भी देना पड़ रहा है। उन्हें न्यूज में नॉलेज भी सामने लाना होगा। उनका नॉलेज बढ़ाने के लिए हो हम लोगो ने शैक्षणिक भ्रमण की कार्य योजना तैयार की और इसी संदर्भ में आज कोलकाता आए हुए हैं।

संगोष्ठी में बीकानेर के वरिष्ठ पत्रकार नीरज जोशी ने कहा कि पत्रकारिता और चुनौतियां यह दोनों साथ-साथ चलते रहे हैं और आगे भी चलते रहेंगे। जार की नागौर इकाई के जिलाध्यक्ष प्रमोद आचार्य ने कहा कि सोशल मीडिया का दायरा दिनों दिन बढ़ता जा रहा है और अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस नामक एक बड़ा हथियार सोशल मीडिया ने अपना लिया है जो एक बहुत बड़ी चुनौती साबित हो रहा है। इसलिए हमें हर फैक्ट को चेक करना होगा। अब पत्रकारों को आधुनिक तकनीक सीखनी होगी अन्यथा पत्रकारिता करना मुश्किल हो जाएगा। बीकानेर जार के उपाध्यक्ष विक्रम जागरवाल ने कहा कि अब हम लोगों को अपनी सोच का दायरा बढ़ाना होगा और इन चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए खुद हमें अपना नॉलेज भी बढ़ाना पड़ेगा तभी हम सोशल मीडिया के चुनौती का मुकाबला कर पाएंगे।

ये रहे मौजूद

कार्यक्रम में ओम प्रकाश सोनी, धीरज जोशी, दुर्गेश गर्ग पांचू, रमेश बिस्सा, कमलकांत शर्मा, राकेश आचार्य, कौशलेश गोस्वामी, अरविंद स्वामी, शंकर सारस्वत, विवेक नागल, सुजान सिंह, राज भोजक, नरेश मारू, देव जोशी, ओम प्रकाश सोनी, रामस्वरूप भाटी, महावीर सिंह राजपुरोहित आदि मौजूद थे।

Share your love
Facebook
Twitter

Related News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *