बीकानेरNidarindia.com
नई सरकार के शपथ ग्रहण के साथ ही कर्मचारी संगठन सक्रिय हो गए हैं। अखिल राजस्थान बाबू एकता मंच ने मंत्रालयिक कार्मिकों के ग्रेड पे की मांग उठाई है। इसके लिए संगठन के प्रदेश संयोजक कमल नारायण आचार्य के नेतृत्व में प्रतिनिधी मण्डल ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।




इसके जरिए मांग की गई है कि राजस्थान के अधीनस्थ विभागों, सचिवालय, लोक सेवा आयोग, सरकारी, अर्द्धसरकारी, स्वायतशाषी विभागों, आयोगों, निकायों, निगमों, बोर्डो में कार्यरत मंत्रालयिक संवर्ग के कनिष्ठ सहायक,लिपिक ग्रेड-द्वितीय को ग्रेड पे 3600 ( एल-10) देने के लिए एक सूत्रीय मांग की गई है।
इस मांग पत्र के माध्यम से बताया गया है कि “राजस्थान स्टेट पैरिटी के आधार पर कनिष्ठ सहायक-लिपिक ग्रेड-द्वितीय को ग्रेड पे 3600 लेवल-10 देने की बात अखिल राजस्थान बाबू एकता मंच की और से लगातार शासन के समक्ष जा रही है और बीकानेर से जयपुर पैदल मार्च भी किया जा चुका है लेकिन पूर्व की राज्य सरकारों ने मंत्रालयिक संवर्ग को अनदेखा किया गया है।
कनिष्ठ लिपिकों,कनिष्ठ सहायकों,लिपिक ग्रेड द्वितीय का चयन भी राजस्थान लोक सेवा आयोग से प्रतियोगी परीक्षा आयोजित होकर हुआ था। वर्तमान में इस पद की शैक्षिक योग्यता बढ़ाकर सीनियर सैकेण्डरी उर्तीण और प्रशैक्षिक योग्यता मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से कम्प्यूटर सर्टिफिकेट कर दिए जाने के साथ कम्प्यूटर पर हिन्दी और अंग्रेजी टंकण की विशेषता के साथ एम.एस. एक्सल, इंटरनेट आदि में दक्ष होना अनिवार्य कर दिया गया है। मंच की पूरजोर मांग है कि शैक्षिक योग्यता स्नातक करते हुए वेतन में बढ़ोतरी कर न्यूनतम वेतन 3600 ग्रेड पे (लेवल-10) किया जाना न्यायसंगत है। प्रतिनिधि मंडल में मदनमोहन व्यास, गिरजा शंकर आचार्य, विष्णु दत्त पुरोहित एवं कैलाश ओझा शामिल थे।


