बीकानेरNidarindia.com ‘बोई काट्या है, बोई मार्या है, ओ काट्यो, बो लूट्यो…उड़ा रे उड़ा…सरीखी करतल ध्वनि से शनिवार को बीकानेर शहर गूंजायमान है।

मौका है नगर स्थापना दिवस का। इस अवसर पर परम्परा के अनुसार शहर में जमकर पतंगबाजी होती है। इस जश्न में मानो पूरा शहर ही डूबा नजर आया। पतंगबाजी का ऐसा जुनून कि लोग अपने-अपने घरों में सुबह से ही छतों पर ही रहे, वहीं सडक़ों पर सन्नाटा रहा। आज मुख्य बाजारों में आम दिनों की बजाय भीड़ कम ही रही। लोग अल सुबह से ही छतों पर पतंगबाजी का लुत्फ उठाने में जुट गए।
लूटने की अलग मस्ती…

पतंगबाजी करने में जो आनंद उठाते है, वहीं दूसरी ओर कई लोगों को पतंग लूटने में अलग ही मस्ती है। कटी पतंग के पीछे गली में दौड़ लगाकर उसे लूटने में भी हर आयु वर्ग के लोगों ने अलग ही आनंद की अनुभूति महसूस की।
गीत-संगीत की धूम…
शहर में लगभग हर छत पर लाउड स्पीकरों पर फिल्मी गीतों की धूम रही। लोगों ने गीत-संगीत के साथ ही पतंगबाजी का लुत्फ उठाया।

