बीकानेरNidarIndia.com बीकानेर से चलकर हावड़ा के लिए रविवार रात दस बजे रवाना हुई बीकानेर-हावड़ा सुपर फास्ट ट्रेन के एसी कोच रातभर पानी नहीं था।
ऐसे में यात्रियों को भारी परेशानी उठानी पड़ी। वातानुकुलित कोच बी-3 में सफर कर रहे यात्रियों ने इसके लिए जमकर रोष जताया। ट्रेन में सफर कर रहे कोलकाता के सामाजिक कार्यकर्ता जेठमल रंगा, लक्ष्मीचंद मालू, किशोर जैन सहित कई यात्रियों ने निडर इंडिया न्यूज को दूरभाष पर इसकी शिकायत करते हुए बताया कि ट्रेन बीकानेर चलने के बाद रात को जब वॉशवेसिन में हाथ धोने के लिए पानी खोला निराशा हाथ लगी, वहीं टॉयलेट में भी पानी और हाथ धोने के लिए साबुन नहीं था।
इस बात की शिकायत यात्रियों ने टीटीई और अन्य स्टाफ से की लेकिन सोमवार सुबह करीब 10 बजे तक समस्या का समाधान नहीं हो सका। यात्रियों के भारी रोष के बाद दोपहर को जब ट्रेन कानपूर पहुंची तब स्टाफ आया और पानी की व्यवस्था को सुचारु किया गया। तब जाकर यात्रियों ने राहत की सांस ली।
लक्ष्मीचंद मालू ने रोष जताते हुए बताया कि बाथरूम और कोच में सफाई का भी अभाव था। इसकी शिकायत यात्री किशोर जैन ने ट्वीट के जरिए रेलवे के उच्च अधिकारियों तक पहुंचाई। यात्रियों को इस बात का मलाल था कि एसी कोच में सफर करने के लिए रेलवे अच्छा खासा किराया वसूल रहा है, लेकिन सुविधाओं के नाम पर क्या मिल रहा है।
गौरतलब है कि ट्रेनों के सामान्य और स्लीपर कोच में इस तरह की समस्या आम होती है, लेकिन एसी कोच में भी ऐसी समस्याओं से यात्रियों को दो-चार होना पड़ रहा है, वो भी लंबी दूरी की ट्रेनों के अंदर।
यात्रियों का कहना है…
ट्रेन संख्या 22308 के बी-३ कोच के बाथरूम में पानी साबुन नहीं है। कल रात से गंदगी है, टीटीई को बोला कोई सुधार नहीं हुआ।
पीएनआर-2157198106 जेठमल रंगा
पीएनआर-2738405433 लक्ष्मी चंद मालू