बीकानेरNidarIndia.com बीकानरे राजघराने की पूर्व राज माता सुशीला कुमारी की अंतिम यात्रा रविवार को जूनागढ़ से गाजे-बाजे के साथ शाही लवाजमें से निकाली गई। इससे पूर्व जूनागढ़ में उनकी देह अंतिम दर्शन के लिए रखी गई थी।
सुबह करीब साढ़े 11 बजे जनानी ड्योढ़ी से उनकी शवयात्रा निकाली तो हर किसी की आंख नम हो गई। इस दौरान पूर्व विधानसभा क्षेत्र की विधायक और पूर्व राजमाता की पोत्री सिद्धि कुमारी और राजपरिवार के सदस्य, रिश्तेदार सहित गणमान्य लोग शामिल रहे। अंतिम यात्रा जूनागढ़ से रवाना होकर देवीकुंड सागर स्थित राज परिवार के छत्तरियां(मुक्तिधाम) पहुंची। जहां पर परम्परा के अनुसार पुरोहित परिवार ने अंतिम संस्कार की रस्म को निभाया। इसमें विधायक सिद्धि कुमारी ने सभी रस्मों को अदा किया और पूर्व राजमाता को मुखाग्नि दी।
इस मौके पर सिद्धि कुमारी की बड़ी बहिन और उनकी पुत्री भी मौजूद रही। अंतिम संस्कार के लिए सागर पहुंची राजा माता की सवारी को काबिना मंत्री बीडी कल्ला ने भी कंधा दिया। बाद में अंतिम संस्कार के दौरान परिसर में चूरू के विधायक राजेन्द्र राठौड़, नोखा विधायक बिहारी बिश्नोई, शिक्षा मंत्री डॉ.बीडी कल्ला, देवी सिंह भाटी, सुरेन्द्र सिंह शेखावत सहित कई जनप्रतिनिधि, राज परिवार के सदस्य और बड़ी संख्या में आमजन मौजूद रहे।
बैंड पर मातमी धुन…
गाजे बाजे से निकली अंतिम यात्रा में राजस्थानी परिधानों से सजे ऊंट थे। उनके पीछे राजपरिवार का स्पेशल बैंड मातमी धुन बजा रहा था। साथ ही शाही परिवार की पौशाक पहने लोग भी चल रहे थे। बड़ी संख्या में आमजन भी शामिल थे। राजमाता के लिए विशेष पालकी तैयार की गई। जिसे फूलों से सजाया गया। इसी पालकी में उन्हें सागर तक ले जाया गया। रास्ते भर पुष्प वर्षा से राजमाता की सवारी का स्वागत किया गया।
ऊर्जा मंत्री ने किए पुष्प अर्पित…
पूर्व राजमाता सुशीला कुमारी के निधन पर हर कोई शोक में डूब गया। जूनागढ़ में उनकी पार्थिव देह को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था, इस दौरान प्रशासनिक और पुलिस के अधिकारियों ने भी उनकी देह के दर्शन कर पुष्प अर्पित किए। वहीं ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने रविवार को पूर्व राजमाता सुशीला कुमारी की पार्थिव देह के समक्ष पुष्प अर्पित किए और श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सुशीला कुमारी का निधन अत्यंत दुखद है। वे सदैव जरूरतमंद लोगों की मदद करती थी। उन्होंने कहा कि बीकानेर राजपरिवार का आमजन से गहरा जुड़ाव रहा है। महाराजा गंगा सिंह की दूरदर्शी सोच की बदौलत बीकानेर को गंगनहर मिली और यह पूरा क्षेत्र सरसब्ज हुआ। पूर्व महाराजा डॉ. करणी सिंह लंबे समय तक बीकानेर के सांसद रहे। उन्होंने हमेशा संसद में बीकानेर की आवाज उठाई। उन्होंने कहा कि उन्हें सुशीला कुमारी से कई बार मिलने का अवसर मिला। वे हमेशा आमजन से की भलाई से जुड़ी बात करती थी। उन्होंने बीकानेर पूर्व विधानसभा क्षेत्र विधायक सिद्धि कुमारी और अन्य शोक संतप्त परिजनों से मुलाकात की और उन्हें ढांढस बंधाया।