महाजनNidarIndia.com भारत पाकिस्तान के सीमावर्ती क्षेत्र महाजन फील्ड फायरिंग रेज शुक्रवार को तोपों की गर्जना से गूंज उठी। मौका था दो देशों की सेना के युद्धाभ्यास का।
यहां पर भारत और ओमान सेना के जवान 24 घण्टे रेतीले तपते धोरों में अपना दमखम दिखा रहे है। सेना के जवान दुश्मनों के ठिकानों को ध्वस्त कर रहे है। यह युद्धाभ्यास पाकिस्तान से महज 60 किलोमीटर दूर पर किया जा रहा है ।
एशिया की सबसे बड़ी महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में रेगिस्तान के तपते धोरों के बीच दो देशों की सेना युद्ध मे काम आने वाली कौशल नीति एक दूसरे से साझा कर रहे । महाजन फायरिंग रेंज में भारत और ओमान के सैनिक छिपे आतंकियों को खोजकर मार गिराने के गुर सीख रहे हैं। संयुक्त युद्धाभ्यास अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी वाले हथियार और स्ट्रेटेजी का इस्तेमाल किया जा रहा है। अभ्यास का समापन शनिवार को होगा।
इससे पहले गांव में छिपे आतंकियों को ढूंढने के लिए सर्च ऑपरेशन शुरू किया जो 48 घंटे चलेगा। अभ्यास के दौरान सेना के जवान हेलीकॉप्टर से रस्सी के जरिए नीचे उतरे। जहां इंडो ओमान की सेनाओं ने संयुक्त रूप से एक मकान में छिपे आतंकियों का खात्मा किया। वहीं दूसरे मकान में बंधक बनाए गए लोगों को भी आर्मी के जवानों ने रेस्क्यू किया।
गौरतलब है कि रॉयल एयरफोर्स ऑफ ओमान और इंडियन एयर फोर्स के बीच इस साल फरवरी में जोधपुर में अभ्यास हुआ था। ओमान की सेना ने डेजर्ट में सुखाई 30 लड़ाकू विमानों से हमले का अभ्यास किया था। उसके बाद ओमान की शाही सेना महाजन फायरिंग रेंज में जमीनी अभ्यास कर रही है।
ओमान की पैराशूट रेजीमेंट सुल्तान के 60 सैनिक और भारतीय सेना की 10 मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री बटालियन के 60 सैनिक एक दूसरे के हथियारों को परख रहे हैं। काउंटर टेरेरिज्म पर केंद्रित इस संयुक्त अभ्यास के दौरान आधुनिक टेक्नोलॉजी और नई स्ट्रेटेजी के तहत गांवों में छिपे आतंकियों को खोजकर मार गिराने का अभ्यास किया जा रहा है। इसके लिए ड्रोन, राइफल्स, नाइट विजन कैमरा, रोबोट, ग्रेनेड आदि हथियार इस्तेमाल किए जा रहे हैं। चैक पोस्ट, तलाशी अभियान जैसे युद्ध कौशल के तरीके भी अपनाए जा रहे हैं। एक अगस्त से शुरू हुआ अभ्यास 13 अगस्त तक चलेगा।