बीकानेरNidarindia.com प्रदेश में नवीन स्थापित, रूपान्तरित महात्मा गांधी राजकीय विद्यालयों और राजकीय अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में ध्ययनरत विद्यार्थी अब अपना विकल्प चुन सकेंगे।
वे यदि अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा नियमित नहीं रखना चाहते हो, तो उन्हें नजदीक के हिन्दी माध्यम के विद्यालय में प्रवेश दिलाया जाएगा और अंग्रेजी माध्यम के इच्छुक विद्यार्थी अपने अध्ययन को उसी में अंग्रेजी माध्यम में नियमित रख सकेंगे। शिक्षा विभाग ने नए प्रावधान जारी किए हैं। इस संदर्भ में माध्यमिक शिक्षा निदेशक गौरव अग्रवाल ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों और अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों के संस्था प्रधानों को निर्देश जारी किए है।
इसके अनुसार राज्य सरकार की ओर से अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों की स्थापना का उद्देश्य है कि विद्यार्थियों को उनकी पसंद माध्यम (हिन्दी या अंग्रेजी) में अध्ययन करने के समान अवसर मिल सके। ऐसे विद्यार्थी जो रूपान्तरित माध्यम विद्यालयों में पहले से अध्ययनरत थे और अपना अध्ययन हिन्दी माध्यम में जारी रखना चाहते, उनके चुने हुए विकल्प के हिन्दी माध्यम के विद्यालय में प्रवेश दिलवाया जाना सुनिश्चित किया जाए। इस समस्त संस्था प्रधान, हिन्दी माध्यम में अध्ययन के इच्छुक विद्यार्थियों को विद्यालय में बुलाकर उनसे हिन्दी माध्यम के विद्यालय का विकल्प (विद्यालय का नाम, जिसमें विद्यार्थी हिन्दी माध्यम में पढऩा है) लेकर विद्यालयवार सूची बनाकर संबंधित विद्यालय के संस्था प्रधान को उपलब्ध करवा कर उसमें करवाना सुनिश्चित करेंगे ताकि वे अपना अध्ययन हिन्दी माध्यम में नियमित रख सकें।