बीकानेरNidarindia.com महानंद महादेव मंदिर में आचार्य महानंद वैदिक यज्ञ समिति के तत्वावधान में गुरुवार को महानंद मंदिर परिसर में सामूहिक यज्ञोपवित संस्कार कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इसमें ३९ बटुकों ने भागीदारी निभाई। कर्मकांड भास्कर पंडित नथमल पुरोहित ने बटुकों को गुरुमंत्र दीक्षा प्रदान की। वैद मंत्रों के साथ हवन में आहुतियां दी गई। पंडित नथमल पुरोहित ने गायत्री मंत्र के जाप का महत्व बताया। परम्परा के अनुसार यज्ञोपवित धारण करने के बाद प्रतीकात्मक रूप से काशी के लिए दौड़ लगाई गई। इस बीच ताबंड़ा परोसने की रस्म निभाई गई। इसमें बटुकों के परिवारजनों ने भागीदारी निभाई। दौड़ कर लौटने पर बटुकों को नए वस्त्र पहनाएं गए। हलांकि इस सामूहिक निशुल्क आयोजन के दौरान मंदिर परिसर में किसी तरह का प्रतिभोज, मायरा इत्यादि की रस्में नहीं हुई।
इससे पूर्व कर्मकांड भास्कर पंडित नथमल पुरोहित ने वेदोक्त 10 विधियों से बटुकों का प्रायश्चित स्नान कराया और अरणी मंथन से अग्नि प्राकट्य करवाया। आयोजन को लेकर दाऊ लाल कल्ला, पंडित सुरेश, पंडित जयप्रकाश, पंडित देवकरण, पंडित विश्वनाथ, गणेश आचार्य, किशन पुरोहित , रविंद्र आचार्य, पवन कुमार जोशी, रोहित आचार्य, विजय आचार्य, अमित, शानू हर्ष, निखिल आचार्य एवं माधव बिस्सा ने भागीदारी निभाई।
मितव्ययता का प्रतीक…
कर्मकाड़ पंडि़त नथमल पुरोहित ने बताया कि इस तरह के सामूहिक आयोजनों की आज के युग में महत्ता है। अब जरूरी हो गया है कि लोग मितव्ययता के साथ शादी-ब्याह, यज्ञोपवित संस्कार इत्यादि कार्यक्रमों में बढ़चढ़कर हिस्सा लें। इसी उद्देश्य से यह आयोजन किया गया था।