बीकानेरNidarindia.com राह भटक कर स्टेशनों पर आने वाले बच्चों और महिलाओं के लिए रेलवे सुरक्षा बल हमदर्द बन रहा है। आरपीएफ लगातार सक्रियता दिखाते हुए इस तरह के लोगों को उनके परिजनों तक पहुंचाने का कार्य कर रहा है। उत्तर पश्चिम रेलवे प्रशासन की ओर से रेल सम्पत्ति एवं रेल यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसमें मई माह में 64 महिलाओं,बच्चों को परिजनों,एनजीओ और पुलिस तक पहुंचा कर सुपुर्द किया हैै।
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जन संपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण अनुसार उत्तर पश्चिम रेलवे पर रेल सुरक्षा बल की ओर से रेलवे परिसर में विशेष अभियान चलाकर रेल सम्पत्ति, रेल यात्रियों एवं रेलकर्मियों की सुरक्षा के विशेष प्रबन्ध किए गए है। इसके साथ ही रेल सुरक्षा बल की ओर से यात्री मित्र बूथ का संचालन भी किया जा रहा है, जो जरूरतमंद यात्रियों को वांछित जानकारी उपलब्ध करा रहा है। अप्रैल माह के दौरान रेलवे सुरक्षा बल ने 22 यात्रियों को यात्री मित्र बूथ के माध्यम से सहायता प्रदान की गई, 06 यात्री को व्हील चेयर की सुविधा एवं 12 बीमार यात्रियों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाई गई।
एक दर्जन मामले दर्ज, वसूला जुर्माना
रेल अधिनियम के तहत् रेलवे सुरक्षा बल की ओर से मई में अभियान चलाकर रेल सम्पति अधिनियम के तहत कुल 12 मामलों में 16 बाहरी व्यक्तियों व 03 रेलकर्मी को गिरफ्तार कर रेलवे अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामले दर्ज किए है। इस दौरान बरामद की गई सम्पत्ति की कीमत 1,67,554 बताई जा रही है। इसके साथ ही रेल अधिनियम के तहत अभियान चलाकर कुल 994 व्यक्तियों को विभिन्न धाराओं के तहत मामले दर्ज कर अभियोजित किया गया, जिनसे 3,01,685 रुपए का जुर्माना राशि वसूल की गई। साथ ही रेल परिसर में धूम्रपान करने वाले व्यक्तियों के तहत अभियान चलाकर कुल 16 मामले दर्ज कर तथा तम्बाकू एक्ट के तहत 31 मामले दर्ज कर 6,100 रू0 जुर्माना राशि वसूल की गई।
साथ ही समयबद्धता अभियान के दौरान पेसेंजर ट्रेन में तैनात रेलवे सुरक्षा बल की ओर से अनाधिकृत चैन पुलिंग के माह मई 2022 के दौरान 357 मामले दर्ज कर 189 व्यक्तियों के खिलाफ मामले दर्ज कर 62,085 रुपए की जुर्माना राशि वसूल की गई।