बीकानेरNidarindia.com शिक्षा विभाग के कार्यालयों में लंबे अर्से से कई शिक्षक जे हैं। कई शारीरिक शिक्षक भी फिल्ड की बजाय कार्यालयों में ही उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। लेकिन उन पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं हो रही है। अब शिक्षा विभागीय कर्मचारी संघ ने इस तरह के शिक्षकों को कार्यालय से हटाने और समसा कार्यालय को बीकानेर स्थानान्तरित करने सहित 11 सूत्रीय मांग पत्र पर समुचित कार्यवाही नहीं होने पर 16जून से शिक्षा निदेशालय परिसर में आमरण अनशन शुरू करने की चेतावनी दी है।
संगठन के पदाधिकारियों ने इस संबंध में शिक्षा मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला को भी लिखित में मांग पत्र सौंपकर अवगत करवा दिया है। शिक्षा मंत्री को सौंपे पत्र के जरिए बताया गया है कि लंबे अर्से से शिक्षा विभाग के दफ्तरों में तृतीय श्रेणी अध्यापक से लेकर व्याख्याता और कोच स्तर के शिक्षक जमे हुए है। इनके पद समाप्त कर उन्हें शालाओं में स्थानान्तरित किए जाने चाहिए। इसके अलावा पी.ई.ई.ओ. सहित समस्त विद्यालयों, मंत्रालयिक संवर्ग के पदों में वृद्धि प्रारम्भिक शिक्षा बोर्ड बीकानेर में स्थापित करने सहित 11 सूत्रीय मांग पत्र पर शिक्षा प्रशासन एवं राज्य सरकार की ओर से कोई पुख्ता कार्रवाई अब तक नहीं हुई है।
इससे कार्मिकों में रोष है। इस संबंध में 28 मई को एक दिवसीय सांकेतिक धरना शिक्षा निदेशालय परिसर में दिया गया था, लेकिन स्थिति जस की तस है। संघ के कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष कमल नारायण आचार्य के अनुसार शिक्षा मंत्री से रविवार को बीकानेर में मुलाकात कर आमरण अनशन का नोटिस देकर अवगत कराया गया है। यदि मांगों का निस्तारण नहीं होता है, तो १६ जून से आमरण अनशन शुरू कर दिया जाएगा। प्रतिनिधि मण्डल में प्रदेशाध्यक्ष गिरजा शंकर आचार्य, कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष कमल नारायण आचार्य, प्रदेश परामर्शक विष्णु पुरोहित, प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश पारीक, जिलाध्यक्ष अविकान्त पुरोहित सम्मिलित थे।