- कानासर वितरिका में बहाव रोका, शोभासर में काम हुआ पानी
- फिर भी पेयजल संकट नहीं, बताया भंडारण पूरा हैं
बीकानेरNidarindia.com नहरी पानी की बढ़ती चोरियों से नहर प्रशासन की नींद उड़ गई है। पर्याप्त पानी नहीं मिलने से खफा किसान पानी की चोरी करने पर आमदा है। तो दूसरी ओर शहर में पीने के पानी का संकट खड़ा होने की आशंका भी बढ़ गई है। नोबत यहां तक आ गई है कि हालात का जायजा लेने के लिए बुधवार मध्य रात करीब ढाई बजे तक नहर विभाग के मुख्य अभियंता असीम मार्केण्डेय खुद गश्त पर रहे। उनके साथ नहर विभाग के अभियंताओं की टीम और आरएसी के जवान भी थे। रात करीब दस बजे गश्त पर निकला नहर विभाग का अमला कानासर वितरिका पर पहुंचा। जहां रात दो बजे तक अभियंताओं की टीम ने कानासर वितरिका का जायजा लिया। मुख्य अभियंता के साथ बीकानेर खंड के अधीक्षण अभियंता विवेक गोयल, अधीशासी अभियंता गोविन्द सिंह और आरएसी पुलिस की टीम भी मौजूद रही। गुरुवार को नहर के अधीक्षण अभियंता विवेक गोयल के साथ अन्य अभियंता जिला कलक्टर से मिलकर पानी पर पुलिस जाप्ता लगाने की गुहार लगाई है।




विभाग ने रोक दिया पानी
नहर विभाग ने पानी चोरी की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए कानासर वितरिका से शोभासर जलाशय की जलापूर्ति रोक दी है। फिलहाल चार दिन तक नहर से पानी नहीं मिलेगा। अब जलाशय में जितने पानी का भंडारण है, उस पर ही शहर की आपूर्ति निर्भर रहेगी।
कलक्टर से गुहार
पानी की बढ़ती चोरी को रोकने के लिए नहरों पर पेहरा लगाने की आवश्यकता जताई जा रही है। अधीक्षण अभियंता विवेक गोयल के साथ नहर प्रशासन ने जिला कलक्टर से कानासर वितरिका पर पुलिस जाप्ता लगाने की मांग उठाई है। नहर अभियंताओं ने कलक्टर को अवगत कराया है कि बीकानेर खंड की नहरों पर लगातार पानी की चोरियां हो रही है।


रात को भी शुरू की है पेट्रोलिंग
कानासर वितरिका में पानी की चोरी हो रही है। सिंचाई पानी जिनकी बारी नहीं है, वो लोग ही पानी की चोरी कर रहे है। कानासर वितरिका अहम है, क्योंकि यहां से शोभासर झील को दिया जा रहा है। वह पानी सिंचाई का नहीं है, पीने का पानी है। यही वजह है कि अब रात में भी निगरानी शुरू की है। कलक्टर से मिलकर पानी पर जाप्ता लगाने की गुहार लगाई है।
विवेक गोयल, अधीक्षण अभियंता, बीकानेर खंड़
पेयजल सप्लाई की नहीं आएगी दिक्कत
शोभासर जलाशय में पानी का भंडारण पर्याप्त है। ऐसे में शहर की जलापूर्ति करने में किसी तरह की दिक्कत नहीं आएगी। कानासर वितरिका से पानी रोक दिया, तब भी शहर की सप्लाई सुचारू होती रहेगी। शहर की प्यास बुझाने के लिए रोजाना 75 एमएलडी की आवश्यकता है। भंडारण पूरा है, तो किसी तरह की किल्लत नहीं होगी।
राजेश पुरोहित, अधीक्षण अभियंता, जलदाय विभाग, बीकानेर।
