बीकानेरNidarIndia.com शहर में नाले-नालियों की सफाई व्यवस्था बदतर है, यही वजह है कि कई बार नालियां उफान मारती है। बाद में कीचड सडकों पर फैल जाता है। इससे निवासियों को परेशानी होती है।




ऐसे ही हालात वार्ड 44 में हैं, जहां पर बीते तीन माह से उष्ट्रवाहिनी मंदिर के आगे रामदेव पार्क के समीप एक नाली क्षतिग्रस्त थी। अब वह नाले का रूप ले चुकी है, इस कारण हर समय दूषित वातावरण रहता है, इसके चलते आसपास के घरों में पानी जाने की आशंका बनी हुई है, समीप ही बिजली का पोल है, जो नाली के अंदर आ गया है, हर समय पानी रहने से पोल को खतरा बढ रहा है। इसके बावजूद कोई सुध नहीं ले रहा है।
नाले के समीप ही मकान में रह रही 75 वर्षीय सावित्री देवी ने रोष जताते हुए बताया कि वह व्हील चेयर पर है, लेकिन ताजी हवा के लिए अपने कमरे की खिड़कियां खोल ही नहीं सकती क्योंकि गंदगी के चलते मच्छरों का जमावडा हर समय रहता है। इस समस्या से निजात दिलाने के लिए मोहल्लेवासियों ने स्थानीय वार्ड पार्षद को कई बार आग्रह किया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। पार्षद महज झूठा आश्वासन ही दे रहे हैं, समस्या जस की तस पडी है।
