बीकानेरNidarIndia.com राजकीय नेत्रहीन उच्च माध्यमिक विद्यालय का मंगलवार को संभागीय आयुक्त नीरज के पवन ने अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि नेत्रहीन विद्यार्थियों में अद्भुत शक्तियां होती है, जरूरत है उनको निखारने की। इस दौरान उन्होंने साफ-सफाई और अन्य व्यवस्थाओं को देखकर खुशी जाहिर की। संभागीय आयुक्त ने बच्चों के खेलने के लिए विद्यालय परिसर के पीछे के भाग में खाली पड़े मैदान को शीघ्र दुरस्त करवाने का आश्वासन दिया।
बीकानेर जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष द्वारकाप्रसाद पचीसिया ने अवगत कराया कि वर्तमान में शाला में 80 विद्यार्थी अध्ययनरत है जिसमें से 45 बच्चे इसी परिसर में बने छात्रावास में रहते हैं। वर्तमान में भामाशाहों के सहयोग से हर माह सरकारी फंड के अतिरिक्त लगने वाले दैनिक आवश्यकताओं की वस्तुओं के खर्च की पूर्ती की जाती है। विद्यालय में छात्राओं के लिए छात्रावास की कमी महसूस की जा रही है, इसके लिए भामाशाह राज्य सरकार के साथ सहभागी योजना में छात्राओं के लिए छात्रावास बनाने को भी तैयार है।
शाला प्रधानाध्यापक अल्ताफ ने बताया कि इस विद्यालय से 77 ऐसे होनहार विद्यार्थी भी निकले हैं जो कि आज अलग अलग स्थानों पर केंद्र व राज्य सरकार के महकमों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इसमें 6 इसी स्कूल से निकले विद्यार्थी, यहीं पर शिक्षक बनकर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इस मौके पर नरेश मित्तल, बाबूलाल सांखला, अनंतवीर जैन, भंवरलाल चांडक, प्रकाश ओझा, निर्मल पारख, अभिमन्यु जाजडा, विजय मालू, देवेन्द्र बैद, अरिहंत नाहटा आदि मौजूद रहे।