देश : रेलवे उपकरणों का बड़ा निर्यातक बन रहा है भारत, केन्द्रीय रेल मंत्री ने किया एल्सटॉम कारखाने का निरीक्षण - Nidar India

देश : रेलवे उपकरणों का बड़ा निर्यातक बन रहा है भारत, केन्द्रीय रेल मंत्री ने किया एल्सटॉम कारखाने का निरीक्षण

जयपुर, दिल्ली, निडर इंडिया न्यूज। 

केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को गुजरात के वडोदरा के सावली स्थित एल्सटॉम कारखाने का दौरा किया। मंत्री  के साथ वडोदरा के सांसद डॉ. हेमांग जोशी, सावली के विधायक केतनभाई इनामदार, पश्चिम रेलवे और मध्य रेलवे के महाप्रबंधक, वडोदरा और अहमदाबाद के मंडल रेल प्रबंधक और अन्य वरिष्ठ रेलवे अधिकारी भी मौजूद थे।

नमो भारत कोचों का निर्माण: कारखाने में कार्यरत अल्सटॉम के अधिकारियों और कर्मचारियों ने रेल मंत्री को इकाई में किए जा रहे विभिन्न कार्यों की जानकारी दी। रेल मंत्री ने अत्याधुनिक तकनीक से निर्मित ‘नमो भारत’ कोचों के आधुनिक डिज़ाइन और निर्माण गुणवत्ता की सराहना की।

व्यापक रखरखाव गतिविधियाँ: एल्सटॉम टीम ने मंत्री को सामग्री उपयोग और आपूर्तिकर्ता एकीकरण सहित चल रही रखरखाव गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। सेंसर और एआई का उपयोग करके निवारक रखरखाव पर भी चर्चा हुई।
मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड
रेल मंत्री को कंपनी के प्रत्येक ऑर्डर के साथ उपकरणों के डिज़ाइन को निरंतर उन्नत करने के अभिनव दृष्टिकोण से अवगत कराया गया। मंत्री ने एल्सटॉम को उसके ‘भारत में डिज़ाइन’ रेलवे उपकरणों के लिए बधाई दी।
कारखाने में निर्मित कोच, लोकोमोटिव, बोगियां, प्रणोदन प्रणालियाँ आदि दुनिया भर में निर्यात की जा रही हैं। ये रेलवे उपकरण ‘भारत से दुनिया तक डिज़ाइन, विकास और वितरण’ पहल के तहत ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, कनाडा, मैक्सिको और अन्य देशों तक पहुँच रहे हैं।

भारत में रेलवे निर्माण भी माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड’ विजन का प्रभाव देख रहा है। रेल मंत्री ने मेक इन इंडिया कार्यक्रम की सफलता पर बताया, “भारत अब दुनिया के कई विकसित देशों को रेलवे के कलपुर्जे, कोच और लोको का निर्यात कर रहा है।”

सावली कारखाने ने वडोदरा क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा दिया है, स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार सृजित किए हैं और क्षेत्र के समग्र विकास को गति दी है।

विश्व के लिए भारत में प्रतिभा विकास
मंत्री को भारत में एल्सटॉम द्वारा की जा रही प्रतिभा विकास गतिविधियों के बारे में भी जानकारी दी गई। बताया गया कि भारत में एल्सटॉम के लगभग 7,000 इंजीनियर हैं, जिनमें रोलिंग स्टॉक और सिग्नलिंग सिस्टम दोनों शामिल हैं। इनमें से लगभग 300 इंजीनियर अंतर्राष्ट्रीय परियोजनाओं में कार्यरत हैं।
मंत्री ने एल्सटॉम के प्रशिक्षण कार्यक्रमों में रुचि व्यक्त की और गति शक्ति विश्वविद्यालय के साथ सहयोग का सुझाव दिया। उन्होंने एल्सटॉम, सावली और पश्चिम रेलवे के वडोदरा डिवीजन के बीच मौजूदा प्रशिक्षण साझेदारी की सराहना की।
मंत्री ने एल्सटॉम टीम से भारतीय रेलवे के लिए बड़े पैमाने पर ऑफ-कैंपस और ऑन-साइट प्रशिक्षण कार्यक्रम तैयार करने का आग्रह किया। उन्होंने रेलवे अधिकारियों और उनकी टीमों को इन कार्यशालाओं में सक्रिय भागीदारी के लिए भी प्रोत्साहित किया।

Share your love
Facebook
Twitter

Related News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *