जयपुर डेस्क, निडर इंडिया न्यूज।
प्रदेश में साइबर अपराध के मामले लगातार सामने आ रहे है। लोगों को डिजिटल अरेस्ट कर करोड़ों रुपए की ठगी की जा रही है। ताजा मामला श्रीगंगानर का सामने आया है। जहां पर एक किसान को डिजिटल अरेस्ट कर एक करोड़ 5 लाख की ठगी की गई है। साइबर थाना पुलिस ने मामले की जानकारी मिलते ही तुरंत ही उन खातों की जांच पड़ताल शुरू कर दी, जिनमें रकम ट्रांसफर हुई थी। पुलिस ने इस राशि में से 18 लाख रुपए दो बैंक खातों में होल्ड करवा दिए हैं जो कि मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की दो बैंकों की शाखाओं के है। साइबर पुलिस की एक टीम अपराधियों का पता लगाने के लिए भोपाल भेजी जा रही है।
किसान ने बेची थी जमीन
साइबर थाना के प्रभारी के अनुसार चूनावढ थाना क्षेत्र के चक 22-एमएल निवासी जसविंदर कौर की रिपोर्ट के आधार पर साइबर ठगी का मामला दर्ज किया गया है। इसके अनुसार बुजुर्ग दंपति के बेटे विदेश में रहते हैं। रिपोर्ट में बताया गया कि उन्होंने लगभग 3 साल पहले 32 बीघा जमीन बेचकर राशि बैंक खातों में जमा करवाई थी, फिर उन्होंने चक 9-टीकेडब्लू में 9 बीघा जमीन खरीदी, जिसे भी उन्होंने बाद में बेच दिया। कृषि भूमि बेचने के बदले और फसलों की बिक्री के सारे रुपए प्राइवेट बैंक की शाखा में खोले गए खातों में जमा थी।
पीड़ित किसान की पत्नी ने बताया कि 15 नवंबर की दोपहर 3 बजे उसके पति के पास एक फोन आया. फोन करने वाले ने खुद को दिल्ली में सीबीआई का अधिकारी होना बताया. पुलिस की वर्दी पहने यह शख्स लगभग आधा घंटा वीडियो कॉल पर बात करता रहा.
यह फर्जी सीबीआई अधिकारी उसके पति को धमकता रहा कि उनके खातों में गलत पैसा जमा हो रखा है. यह पैसा डिफाल्टर का है। इस फर्जी अधिकारी ने उसके पति को बुरी तरह से डरा दिया कि खातों में डिफाल्टर मनी रखने पर उसे 7 साल की सजा हो जाएगी। इस अधिकारी ने उसके पति को दिल्ली बुलाकर जेल में डालने की धमकी भी दी जिससे यह बुजुर्ग दंपति बुरी तरह भयभीत हो गया।