निडर इंडिया डेस्क।
कृष्ण जन्माष्टमी की चारों और धूम मची है। कई तरह के आयोजन हो रहे है। मंदिरों में विशेष सजावट, शृंगार पूजन हो रहे हैं। कई पर रंगोलियां सजाई जा रही है, तो कई मंदिरों में कृष्ण लीलाओं का बखान करते चित्रों की शृंखला। इन सब के बीच बाड़मेर के प्राचीन श्री मुकुंद नारायण मंदिर में अनुठी शैली का प्रदर्शन किया गया है। इस मंदिर में 25 किलो चांदी से भगवान श्री कृष्ण की तस्वीर उकेरी गई है। यहां पर चित्रों के माध्मय से ही कृष्ण की लालीओं को प्रदर्शित किया गया है। श्रद्धालुओं के लिए यह बेहद भव्य आकर्षण का केंद्र बन गया है।
इस खूबसूरत कलाकृति को बनाने में 25 किलो चांदी ओर 25 लाख रुपए की लागत आई है। इसमें भगवान कृष्ण का जन्म,बाल-लीला, गोपियों के साथ लीलाएं, गोवर्धन पर्वत को उठाना, कंस का अंत, महाभारत में श्री कृष्ण का योगदान बहुत ही सुंदर ढंग से दिखाया गया है।
इस सुंदर कलाकृति में पहले लकड़ी का काम किया गया है, उसके बाद उदयपुर से मंगवाए चांदी के पत्रों को लकड़ी की दीवार पर कारीगरों की ओर से औजारों से लगाया गया है। कलाकृतियां बहुत बारीकी से बनाई गई है। दीवार पर भगवान कृष्ण के जीवन को दर्शाने के लिए की गई कलाकृति को बनने में 3 महीने का समय लगा है। जन्माष्टमी के खास त्योहार को ओर भव्य बनाने के लिए मंदिर को पुष्पों से सजाया जा रहा है, इसके लिए खास जोधपुर से कारीगर बुलाए गए हैं।