बीकानेर,Nidarindia.com
प्रदेशभर में इन दिनों सफाई कर्मचारी हड़ताल पर है। अपनी मांगों को लेकर अडिग है, तो दूसरी ओर शहरों में कचरे का ढेर लगता जा रहा है। बारिश के मौसम में दूषित वातावरण के चलते लोगों का जीना दुभर हो गया है। इसके बावजूद फिलहाल जिम्मेवारों ने चुप्पी साध रखी है। हालात से उकताए लोगों ने ही अपने हाथ में झाडू थाम ली है। कई मोहल्लों में जागरुक नागरिकों ने पहल करते हुए सफाई का जिम्मा उठा लिया है।
सड़ांध मार रहा शहर…
हालात इतने बदतर है कि पूरा शहर ही सड़ांध मार रहा है। जगह-जगह कचरे के ढेर लगते जा रहे हैं। गली-मोहल्लों में कुड़ा-करकट जमा होने से वातावरण दूषित हो रहा है। बीकानेर के कई क्षेत्रों में नाले-नालियां उफान मार रही है। सीवरेज का दूषित पानी सडक़ों पर आ गया है। ऐसे में राहगीरों को परेशानी उठानी पड़ रही है। जस्सूसर गेट, कोटगेट सहित क्षेत्रों में सीवरेज और नालियों का पानी सडक़ों पर फैल जाता है। इससे वातावरण दूषित है।
इस मोहल्ले में युवाओं ने लगाई झाडू…
आज मित्रता दिवस के अवसर पर वार्ड -52 के क्षेत्र सूरसागर के पीछे धोबी धोरा से लेकर लखावत व्यासों के चौक तक युवाओं ने खुद झाडू लगाकर पूरी सफाई की। साथ जहां-जहां गंदगी के ढेर लगे थे, उनको एक जगह एकत्रित किया। सफाई के इस श्रमदान में जूनागढ़ मंडल के युवराज व्यास, सत्यनारायण आचार्य अभिमन्यु सिंह, एडवोकेट कौशल आचार्य, हेमंत आचार्य, निखिल सिंह भाटी, सुनील सिंह भाटी, करणी सिंह, केशव आचार्य, महेश, विक्रम कांत, आनंद सिंह पंवार, नरसिंह जोशी, पप्पू सिंह राजपुरोहित, केसरी सिंह, नरेंद्र चौधरी सहित मोहल्ले के लोगों ने साफ-सफाई की।
कोई नहीं वैकल्पिक व्यवस्था…
सफाई कर्मचारी हड़ताल पर अडिग़ है, तो निगम प्रशासन की ओर से भी कोई वैकल्पिक व्यवस्था भी साफ-सफाई के लिए नहीं है। इससे हालात बदतर होते जा रहे है। बारिश के मौसम में गंदगी के कारण बीमारियां फैलने की आशंका भी बनी हुई है।