आंदोलन का सतवां चरण, देखें वीडियो…
बीकानेरNidarindia.com केन्द्रीय बस स्टैण्ड आज ढोल की थाप से गूज रहा था। आने-जाने वाले यात्री भी एक बारगी तो अचंभित रह गए। कोई कुछ समझ नहीं पा रहा था कि आज ये ढोल-ताशे किस खुशी में बज रहे हैं। लेकिन कुछ ही पल में पता चला कि यह ढोल खुशी की नहीं बल्कि विरोध प्रदर्शन के तौर पर बताए जा रहे हैं, इन्हें ओर कोई नहीं रोडवेज के कर्मचारी ही बजा रहे हैं।
यह उनके आंदोलन का एक चरण था। इसमें आज ढोल बजाकर सरकार को एक तरह से जगाने का के लिए विरोध प्रदर्शन किया गया। बीते दो माह से सेवारत और सेवानिवृत कर्मचारी आंदोलनरत है। इसके बावजूद सरकार इनको गंभीरता से नहीं ले रही है। अब तक किसी तरह का आश्वासन भी इन कार्मिकों को नहीं मिला। रोडवेज संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर चल रहे प्रदेशव्यापी आंदोलन के चरण में सोमवार को बीकानेर में केन्द्रीय बस स्टैण्ड पर कर्मचारियों ने ढोल बजाओ, सरकार जगाओ विरोध प्रदर्शन किया। नारेबाजी कर सरकार के खिलाफ रोष जताया।
राजस्थान लोकतांत्रिक मोर्चा का मिला सर्मथन
प्रदेश मे चल रहे रोडवेज कर्मचारियों का आंदोलन अब जोर पकड़ रहा है। सोमवार को राजस्थान लोकतांत्रिक मोर्चा भी रोडवेज कर्मचारियों के समर्थन में उतर गया है। मोर्चा में राज्य के सीपीआई, सीपीएम, सीपीआई(एमएल), जनता दल (सेक्यूलर), समाजवादी पार्टी दल शामिल है। इन दलों ने संयुक्त रूप से राजस्थान रोडवेज कर्मचारियों के संयुक्त संघर्ष .राजस्थान रोडवेज बचाओ, रोजगार बचाओ आंदोलन को समर्थन देते हुए संयुक्त रूप से एक ज्ञापन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को सौंपा है। इसके जरिए बताया गया कि विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में रोडवेज और कर्मचारी हित जो वादे किए थे, उसे आज सरकार को पूरा करना चाहिए।
इसमें मुख्यतौर पर वेतन.पेंशन, सेवानिपवृत परिलाभ,सार्वजनिक यातायात के लिए राज्य की जनता के लिए 2500 नई बसें खरीदने, 11 हजार से ज्यादा रिक्त पदों पर भर्ती करने सहित मांगों पर सरकार सकारात्मक निर्णय करें। मोर्चा में शामिल सीपीआई के राज्य सचिव नरेन्द्र आचार्य, सीपीएम के राज्य सचिव अमराराम, सीपीआई के राज्य सचिव शंकरलाल चौधरी, जनता दल के प्रदेशाध्यक्ष अर्जुन देथा, समाजवादी पार्टी के विनोद यादव ने संयुक्त बयान में कहा है कि रोडवेज कार्मिकों की मांगे आमजन से जुड़ी हुई है। राजस्थान रोडवेज महिलाओं, दिव्यांग, छात्र, वरिष्ठ नागरिकों सहित कई लोगों को रियायती दर पर और निशुल्क सफर की सुविधा प्रदान करती है। ऐसे मे सरकार को इस दिशा में जल्द ही ध्यान देकर रोडवेज के मोर्चा से वार्ता कर इसका निस्तारण करना चाहिए।
बीकानेर में यह हुए शामिल…
बीकानेर में कन्द्रीय बस स्टैण्ड पर आज हुए प्रदर्शन में संयुक्त मोर्चे के नेता गिरधारीलाल ने रोष जताते हुए कहा कि राजस्थान सरकार निरंतर लोक हित में विभिन्न वर्गों के यात्रियों को किराये में छूट देती है। अभी रक्षाबंधन त्यौहार पर महिलाओं को किराए में छूट दी है। ग्रमीण क्षेत्रों में युवाओं, छात्रों को छूट तो दे रखी है लेकिन यात्रियों की मांगों के अनुरूप रोडवेज के पास बसें ही उपलब्ध नहीं है, तो किराए में छूट का लाभ मात्र छलावा लगता है।
अभी रोडवेज के पास 3219 बसें हैं जिनमें 800 बसें अनुबंधित है और इनमें से भी रोडवेज के बेडे में 1500बसें कंडम के नोर्म्स पूरे कर चुकी। सडक़ पर चलने लायक नहीं है। यात्रियों की सुविधा के लिए 2500बसों की मांग की जा रही है।
प्रदर्शन में एटक के मदनगोपाल , जगदीश ज्याणीरोशन अली,रामस्वरूप, राम कुम्हार,किसन सिंह चौहान, देवीलाल नाई,हनुमंत मेहरा, श्यामदीन, रोशन अली, मोहरसिंह, रामेश्वर शर्मा सहित बड़ी संख्या में कार्मिक शामिल हुए। शामिल हुए।
हड़ताल की चेतावनी
संयुक्त मोर्चा ने पांच सितंबर को हड़ताल की चेतावनी दे रखी है। वहीं इससे पहले एक सितंबर को केंन्द्रीय बस स्टेंड पर सरकार व रोडवेज की विरोधी नीतियों का पूतला दहन किया जाएगा।