पैदल यात्रा पर निकलेंगे श्रद्धालु, आधा दर्जन से ज्यादा मेले,सेवादार भी हो रहे मुस्तैद…
रमेश बिस्सा
बीकानेर Nidarindia.com भादवो भले रो आयो…ठंडी.मीठी हवा चाले…मन पंछी हरखावे…ख्यातिनाम गायक सांवरमल रंगा के इस भजन की यह पंक्तियां बीकानेर पर सटीक बैठती है। वर्षभर में भादवा माह बीकानेर के लिए विशेष है। लोग पूरी तरह से अपनी मस्ती में डूबे रहते हैं। एक बार फिर से वही अलहदा मस्ती का मौसम आने वाला है। वजह है इस माह में भरने वाले मेले। इनमें भागीदारी निभाने के लिए लोगों के मन अभी से हरखाने लगे है। इसकी तैयारियों में भी शहर जुट गया है। भादव माह में आधा दर्जन मेले भरेंगे, तो एक दर्जन से ज्यादा तीज.त्योहार है। हलांकि ही सावन की विदाई से पहले ही त्योहारों का श्रीगणेश रक्षा बंधन से हो जाएगा। इसके बाद तो तीज.त्यौहार और मेलों की बाहर सी आ जाएगी।
पैदल की तैयारी, सेवादार मुस्तैद..
भादव माह में भरने वाले मेले अभी दूर है। लेकिन लोग अभी से तैयारी में जुट गए है। पूनरासर, रामदेवरा, सियाणा, कोड़मदेसर, आशापुरा, शीशा भैरव सहित मलों में जाकर अपने अपने ईष्ट देव को श्रद्धालु धोक लगाएंगे। इसके लिए हजारों आस्थावान पैदल ही अपने आराध्य देव के दर्शन को निकल पड़ेंगे। पैदल जाने वाले श्रद्धालुओं की सेवा में भी बड़ी संख्या में सेवादार जुटते हंै। सेवादार संस्थाओं ने भी अपनी तैयारियां शुरू कर दी है।
रक्षा बंधन से श्रीगणेश…
त्योहार और पर्वों का आगाज 30 अगस्त को रक्षा बंधन से होने जा रहा है। इस दिन बहिन अपने वीर की कलाई पर रक्षासूत्र बांधेंगी। तो भाई भी उपहार भेंट करेंगे। रक्षा बंधन को लेकर बाजारों में भी रौनक परवान पर है। कई स्थानों पर स्थायी के साथ अस्थायी दुकानों पर भी खाखियां सज गई है।
पंचागकर्ता पंडि़त राजेन्द्र किराडू के अनुसार 30 अगस्त को रक्षा बंधन का पर्व मनाया जाएगा। इसके बाद भादवा माह शुरू होगा। इसमें कजली तीन(बडी तीज), उभ छठ, कृष्ण जन्माष्टमी, गोगा नवमी, अजा एकादशी, बच्छ बारस,डाभी अमावस्या, रामदेव जन्मोत्सव, गणेश चतुर्थी, ऋषि पंचमी का पर्व मनाया जाएगा।
यहां देखें किस दिन कौनसा मेला…
किस दिन कौनसा मेला…