बीकानेरNidarIndia.com इंजीनियरिंग कॉलेज में नव प्रवेशित विद्यार्थियों के लिए एआईसीटीई के निर्देशानुसार चल रहे २१ दिवसीय इंडक्शन कार्यक्रम का समापन सोमवार को हुआ। इस मौके पर संभागीय आयुक्त नीरज के. पवन ने कहा कि निरन्तर प्रयास और दृढ़ संकल्प सफलता की सर्वश्रेष्ठ कुंजी है।
सकारात्मक दृष्टिकोण से विभिन्न उपलब्धियों को प्राप्त किया जा सकता है, जीवन में हर कठिनाई व परीक्षा को चुनौती के रूप में स्वीकार करना व पूरे मनोभाव दृढ़ इच्छा शक्ति के किसी कार्य को करना, व्यक्ति को उसकी सफलता की मंजिल तक पहुंचा सकता है। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रोफेशनल और प्रतिस्पर्धात्मक स्किल विकसित करने की जरूरत पर भी बल दिया. उन्होंने अपने प्रशासनिक अनुभवों को विद्यार्थियों से साझा करते हुए बताया कि मनुष्य अपनी आतंरिक शक्तियों को पहचानकर और उनका इस्तेमाल करके असंभव कार्य को भी संभव कर सकता है। जो विद्यार्थी अपनी भीतरी ऊर्जा से आत्मसात हुए वे भविष्य में युगपुरुष कहलाए।
कार्यक्रम के संयोजक डॉ.अतुल गोस्वामी और सह-संयोजिका डॉ. श्रद्धा परमार ने बताया कि 21 दिवसीय इंडक्शन कार्यक्रम के तहत विभिन विषयों पर विषय विशेषज्ञों की ओर से व्याखायनों का आयोजन किया गया है। ईसीबी प्राचार्य डॉ. मनोज कुडी ने समस्त प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए ईसीबी की ओर से विभिन्न क्षेत्रों में किये जा रहे कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी।
21 दिवसीय कार्यक्रम में आर्ट ऑफ लिविंग की साधना सारस्वत ने ध्यान , डॉ.गौरव बिस्सा ने मोटिवेशन, डॉ.जितेंद्र जैन के ने स्वास्थय परिक्षण, डॉ.महेंद्र भादू द्वारा महाविद्यालय के एसएसी क्लब, डॉ.प्रवीण पुरोहित ने राष्ट्रीय सेवा योजना और डॉ.राहुल राज चौधरी ने महाविद्यालय में स्थापित इनोवेशन सेल के बारे मे जानकारी दी। इसके अतिरिक्त विद्यार्थियों के लिए मार्शल आर्ट की कक्षाओं का आयोजन रेंशी प्रीतम सैन की ओर से किया गया। इसके अतिरिक्त विद्यार्थियों के लिए शास्त्रीय नृत्य, गायन, भाषण आदि विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ।
संचालन डॉ. श्रद्धा परमार ने किया। कार्यक्रम में रजिस्ट्रार राजेंद्र सिंह शेखावत, अकादमिक समन्वयक डॉ. शौकत अली, डॉ. नवीन शर्मा, हरजीत सिंह, डॉ. विकास शर्मा, डॉ. प्रवीण पुरोहित, मनोज छीम्पा, डॉ. गरिमा प्रजापत, चक्रवर्ती नारायण श्रीमाली, उदय व्यास और महाविद्यालय के अन्य शैक्षणिक व अशैक्षणिक कर्मचारी शामिल हुए।