जयपुरNidarIndia.com राजस्थान में सियासी संकट खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है, पार्टी में दो आला नेताओं में बयानों का घमासान चल रहा है। लगातार बोल बिगड रहे हैं, अब पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर सीधा निशाना साधते हुए उनकी तुलना गुलाम नबी आजाद से कर दी है, यही नहीं गुजरात में कल पीएम ने गहलोत की तारिफ की थी।




इस पर भी पायलट ने तंज कस दिया है, उन्होंने कहा प्रधानमंत्री मोदी ने तो गुलाम नबी आजाद की भी इसी तरह तारीफ की थी, फिर क्या हुआ सभी को पता हैं। दूसरी ओर पायलट के इस बयान पर गहलोत ने भी नसीहत देते हुए कह दिया कि उन्हें इस तरह की बयानबाजी नहीं करना चाहिए।
अनुशासनहीनता बरतने वालों पर हो कार्रवाई…
पायलट ने साफतौर पर कहा कि पार्टी ने अनुशासनहीनता बरतने पर जिन लोगों को नोटिस दिया है, उसके बाद यह सामने आया है कि जवाब दिए भी गए हैं। कांग्रेस पार्टी अनुशासित है, इस पार्टी में सभी के लिए नियम-कायदे बराबर हैं। नोटिस पर भी शीघ्र निर्णय लिए जाने चाहिए, कानून, अनुशासन सब पर लागू है। मल्लिकार्जुन खडग़े ने पदभार संभाला है, ऐसा तो हो नहीं सकता कि अनुशासनहीनता मानी गई हो और उस पर निर्णय नहीं लिया जाए। केसी वेणुगोपाल ने जल्द फैसला करने की बात कही थी। पायलट बोले कि राजस्थान के संदर्भ में निर्णय लेने की जो बात है तो केसी वेणुगोपाल ने कहा था कि इस पर जल्द ही निर्णय लिया जाएगा।

प्रदेश में अब सचिन पायलट के इस तरह की बयानबाजी से राजनीति के गलियारों में चर्चाएं गर्म हो गई है, अब यह तो आने वाला समय ही बताएगा कि ऊंट किस करवट बैठता है, फिलहाल एक बार फिर से बयानबाजी का सिलसिला शुरू हो गया है।
