

बीकानेरNidarIndia.com राजकीय विद्यालयों इसी सत्र से एपीजे अब्दुल कलाम व्यक्तिव विकास योजना शुरू की जाएगी। इसके लिए माध्यमिक शिक्षा निदेशक गौरव अग्रवाल ने मंगलवार को समस्त जिला शिक्षा अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
इसके तहत विधार्थीयों के व्यक्तित्व विकास के लिए मेघावी व विभिन्न सांस्कृतिक प्रतियोगिता में अलग-अलग स्तरों पर सर्वश्रेष्ठ प्रर्दशन करने वाले विद्यार्थियों को अन्य राज्य में 10 दिवसीय परिचयात्मक भ्रमण ( नवम्बर 2022 में) करवाया जाएगा। योजना में माध्यमिक शिक्षा विभाग राजस्थान के तहत राजकीय विद्यालयों में अध्ययनरत राज्य के मेघावी व व्यक्तित्व विकास के लिए आयोजित की जाने वाली प्रतियोगिताओं में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले विधार्थी पात्र होंगें।
यह है योजना का उद्देश्य…
योजना का उद्देश्य मुख्य तौर पर विद्यार्थियों का अन्य राज्य में परिचयात्मक भ्रमण द्वारा व्यक्तित्व विकास करवाना। देश की विभिन्न सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, प्राकृतिक, वैज्ञानिक एवं धरोहर विरासत से विद्यार्थियों का परिचय करवाना,स्थापत्य कलाओं,प्राकृतिक धरोहर की जानकारी कराना, विद्यार्थियों को सामुदायिक जीवन से जोडऩा, विद्यार्थियों के लिए पुस्तकीय ज्ञान के अतिरिक्त व्यवहारिक ज्ञान से परिचय करवाना। शैक्षिक यात्रा द्वारा मेधावी विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करना जिससे वे विद्यार्थी यात्रा के अनुभव के साथ अन्य विद्यार्थियों के लिए प्रेरणास्त्रोत बने।
इस तरह किया जाएगा चयन…
योजना के तहत लाभान्वित होने वाले मेधावी विधार्थीयों का चयन अकादमिक स्तर की उपलब्धि और व्यक्तित्व विकास योजना के अन्तरगत होने वाली प्रतियोगिता की उपलब्धि के आधार पर किया जाएगा। सम्पूर्ण राज्य से इस इसमें 2000 मेधावी विधार्थी लाभान्वित हो सकेंगें। इसमें राजकीय विद्यालय के विधार्थी जो प्रारंभिक शिक्षा पूर्णता प्रमाणपत्र परीक्षा कक्षा 8वीं में जिले में प्रथम 20 विधार्थी और 9वीं कक्षा में राजकीय विद्यालय में नियमित अध्ययनरत राजकीय विद्यालयों के 10वीं उतीर्ण, 11वीं कक्षा में राजकीय विद्यालय में नियमित अध्ययनरत माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर की ओर से आयोजित माध्यमिक परीक्षा में जिले में प्रथम 20 स्थान प्राप्त करने वाले विधार्थी, ( अंतिम वरियता अंक पर एक से अधिक विधार्थी होने की स्थिति में कमश: अनिवार्य विषय अंग्रेजी व हिन्दी में अधिक अंक प्राप्त करने वाला विधार्थी पात्र होगा, यदि इन दोनों विषयों में भी अंक समान होते है तो अधिक उम्र वाला विधार्थी पात्र होगा) वहीं राज्य के स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल के 10वीं उतीर्ण 11वीं कक्षा में नियमित अध्ययनरत राज्य में प्रथम 10 स्थान प्राप्त करने वाले विधार्थी ( अंतिम वरियता अंक पर एक से अधिक विधार्थी होने की स्थिति में कमश: अनिवार्य विषय अंग्रेजी व हिन्दी में अधिक अंक प्राप्त करने वाला विधार्थी पात्र होगा, यदि इन दोनों विषयों में भी अंक समान होते है तो अधिक उम्र वाला विधार्थी पात्र होगा) ।
प्रदेश से इतने विद्यार्थी होंगे चयनित…
इस प्रकार कुल 33 जिलों से 1320 विधार्थी + राज्य के स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूलों से 10 विधार्थी कुल 1330 विधार्थी अकादमिक उपलब्धि के आधार पर चयनित किए जाएंगे।
