क्राइम : देशभर में करते थे नकली नोटों की सप्लाई, बीकानेर पुलिस ने पकड़े 2 करोड़ 74 लाख रुपए के नकली नोट, छह आरोपियों को किया गिरफ्तार, देखें वीडियो... - Nidar India

क्राइम : देशभर में करते थे नकली नोटों की सप्लाई, बीकानेर पुलिस ने पकड़े 2 करोड़ 74 लाख रुपए के नकली नोट, छह आरोपियों को किया गिरफ्तार, देखें वीडियो…

-गिरोह के सदस्यों को है महंगे शौक, लाखों रुपए जुए-सट्टे और अय्याशी में उड़ाते थे, आईजी ने किया गिरोह का पर्दाफाश, बीकानेर में ही चल रही थी नोट छापने की टकसाल

बीकानेरNidarindia.com महंगे शौक और अय्याशी में पैसा उड़ाने की लत के चलते नकली नोट छापने और उनकी सप्लाई करने का काला कारोबार शुरू कर दिया। जिला पुलिस की कार्रवाई में पकड़े गए गिरोह के सभी छह सदस्य युवा है, जिनकी उम्र 22 से 31 साल के बीच है।

जाली नोट तैयार करने वाले गिरोह का रविवार को पुलिस महानिरीक्षक ओमप्रकाश ने पर्दाफाश किया है। आईजी ने कोटगेट थाने में पत्रकारों के समक्ष पूरे मामले का खुलासा कतरे हुए बताया कि पुलिस की विशेष टीम ने २ करोड़ ७४ लाख रुपए के जाली नोट और प्रिटिंग मशीन जब्त किए हैं। इस मामले में छह लोगों को गिरफ्तार भी किया है। यह गिरोह नोटों को गाडिय़ों में भरकर कोलकाता ले जाने के फिराक में था।

आईजी ने बताया कि 23 जुलाई को आईजी ऑफिस में कार्यरत हैड कानिस्टेबिल नानूराम गोदारा को विश्वसनीय सूत्रों से इसकी जानकारी मिली कि जयपुर रोड़ स्थित वृन्दावन एन्कलेव कॉलोनी के मकान नं. 670 प्रथम फेज में रविकान्त जाखड़, नरेन्द्र शर्मा उर्फ विक्की, मालचन्द शर्मा मौजूद है।

इनके पास भारी मात्रा में जाली भारतीय मुद्रा है। यह जाली मुद्रा छापते है और हवाला के जरिये लोगो से जाली मुद्रा चलाकर ठगी करते है। इनके तीन साथी चम्पालाल शर्मा उर्फ नवीन सारस्वत, पूनचन्द शर्मा, राकेश सारस्वत गाड़ी में नकली नोट लेकर वृन्दावन एनक्लेवन से नोखा होते हुए मुकाम की तरफ निकले है।

इनके पास में भी भारी मात्रा में भारतीय जाली मुद्रा है। इसके बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमित कुमार बुड़ानियां के नेतृत्व में वृन्दावन एनक्लेवन स्थित रविकान्त जाखड़ के मकान पर दबिश देकर तीन आरोपियों रविकान्त जाखड़, मालचन्द्र शर्मा व नरेन्द्र उर्फ विक्की शर्मा को भारी मात्रा में नकली भारतीय मुद्रा, मुद्रा तैयार करने के उपकरण, दो गाडिय़ां के साथ पकड़ा। पुलिस की एक टीम ने नोखा के पास से चम्पालाल शर्मा उर्फ नवीन सारस्वत, पूनमचन्द शर्मा, राकेश शर्मा को भारी मात्रा में नकली नोटों के साथ गिरफ्तार किया।

यूं पकड़ में आए…

नकली नोटों का कारोबार करने वाले गिरोह का भनक लगने पर लूणकनसर पुलिस थाने में कार्यरत जयप्रकाश और सचित्रवीर ने आईजी कार्यालय में पदस्थापित उप अधीक्षक नरेन्द्र पूनिया को अवगत कराया कि लूणकनसर निवासी दीपक मोची नकली नोटों का अवैध व्यापार कर रहा है। इसकी सूचना के आधार पर आईजी ने कार्रवाई के निर्देश दिए, इसके बाद नरेन्द्र कुमार पूनिया के सुपरविजन में हैड कानिस्टेबिल नानूराम गोदारा ,संदीप कुमार जान्दू ने तकनीकी माध्यमों और अन्य सूचनाओं से इस गैंग की पूरी जानकारी जुटाई। साथ ही ये नोट कहां छापते थे और रखते थे, उनके ठिकानों का पता लगाया गया। इसके लिए नियमिति निगरानी की गई।

अन्य शहरों में भेजते थे…

आईजी के अनुसार नकली भारतीय मुद्रा प्रिन्ट करके हवाला के जरिये सप्लाई करने वाली गैंग का मुख्य सरगना चम्पालाल शर्मा उर्फ नवीन सारस्वत है। इस गैंग की टीम देश के सभी शहरों में जिनमें अधिकांश दिल्ली, कोलकता, मुम्बई, पुणे, चैनई, बैंगलुरु, पटना, गुहावटी, शिलोंग, लुधियाना, चण्डीगढ़, सूरत, अहमदाबाद, वृन्दावन, बनारस, गाजियाबाद सहित शहरों में यह नकली नोट सप्लाई कर खपा रहे थे।

लगातार थी नजर…

आईजी ने बताया कि नकली नोटों के गिरोह पर बीते डेढ़ माह से निगरानी चल रही थी। इस दौरान पुलिस टीम लगातार इनकी हर गतिविधियों पर नजर रख रही थी। इसमें ड्रोन कैमरों की मदद भी ली गई।

करते थे नकली सिम का उपयोग…

नकली नोटों की सप्लाई करने में यह गिरोह मोबाइल की नकली सिमों का उपयोग करते थे, ताकि इनका पता नहीं चल सके। खासकर अन्य राज्यों की फर्जी मोबाईल सिम काम में लिए जाते थे। नोटों की खेप दूसरी पार्टी तक पहुंचाने में गैंक का मुखिया चम्पालाल शर्मा हमेशा ही वॉट्सऐप के माध्यम से सम्पर्क में रहता था।

एक बार नकली नोट किसी एक पार्टी को देने के बाद यह दुबारा उस पार्टी को नोट नहीं देते थे। नोटों की गिनती करने की बजाय पारदर्शी पैकेट में ही डिलेवरी दी जाती थी। नोटों के बंडल में आगे और पीछे रखते थे एक-एक असली नोट। नकली नोट सप्लाई करने बाद उस पार्टी से प्राप्त असली नोटों की हिस्सेदारी में इस गिरोह के मुखिया से लेकर टीम के अन्य सदस्यों तक अलग-अलग प्रतिशत में हिस्सेदारी होती थी, जिसमें सबसे ज्यादा हिस्सा गिरोह के मुखिया चम्पालाल शर्मा का होता है।

अब तक खपाए करोड़ों रुपए…

यह गिरोह सम्पूर्ण भारत में आज तक लगभग करोड़ो के जाली नोट हवाले के जरिए खपा चुके हैं। इस गिरोह के सभी सदस्यों को महंगे शौक है। मौज-मस्ती में लाखों रुपए उड़ाना, महंगी गाडिय़ों में घूमना, महंगे कपड़े पहनना, महंगे होटलों में ठहरना, अय्याशी करना, खासकर लड़कियों पर लाखों रुपए उड़ाना, जुआ-सट्टा में बड़ी रकम लगाना और सदस्य महंगे नशे जैसे एमडी व अफीम के आदी है।

पूर्व में दर्ज है मामला…

गैंग के मुखिया चम्पालाल शर्मा उर्फ नवीन के खिलाफ पूर्व में भी नोटबन्दी के समय हवाला के 5 करोड़ 10 लाख रुपए बरामद होने पर पुलिस थाना बीछवाल में एक मुकदमा इम्फाल में दर्ज है। पुलिस के अनुसार चम्पालाल के भाई विशाल सारस्वत की बीकानेर अनाज मण्डी में आड़त की दुकान है। दूसरे आरोपी विक्की उर्फ नरेन्द्र शर्मा के खिलाफ 2019 में पालनपुर पश्चिम, गुजरात 4895, 489ख, 489ग, 48 420, 120बी भादस से तहत 43 लाख नकली मुद्रा बरामद होने का एक मुकदमा दर्ज है। जिसमे यह जेल में रहकर आया है, अब 27 जुलाई को अगली पेशी है।

यह है गैंग के सदस्य

जिला पुलिस ने नकली नोटों के साथ खाजूवाल मूल के निवासी रविकान्त जाखड, (जो वर्तमान में वृंदावन एनक्लेवन रहता है) लूणकनसर निवासी नरेन्द्र शर्मा , दंतौर निवासी पूनमचंद शर्मा, गुंसाईसर निवासी मालचन्द शर्मा ,बेरासर निवासी राकेश शर्मा सूरपुरा निवासी चम्पालाल शर्मा उर्फ नवीन ने बताया कि लूणकनसर निवासी दीपक मोची सुरपुरा निवासी गजेन्द्रप्रसाद भाम्भू और भीखसिंह सहित कुछ अन्य युवक इस कारोबार में शामिल है।

पुलिस के अनुसार चम्पालाल शर्मा की एक टीम जो दिल्ली में नकली नोटों की खेप पहुंचाने गई थी, उनको बीकानेर में हुई कार्रवाई का पता चलने के कारण वो फरार हो गए थे। इसके बाद आईजी ने करनाल पुलिस को इसकी इतला देकर दीपक रेगर और उसकी गाड़ी की फोटो करनाल एसपी को भेजी थी, इसके आधार पर वहां की पुलिस ने नाकेबंदी की लेकिन रविवार दोपहर को उक्त आरोपी पुलिस की गाड़ी को टक्कर मार कर फरार हो गया, लेकिन हरियाणा पुलिस की सख्त नाकेबंदी के बाद उसे पकड़ लिया गया है। अब बीकानेर से एक स्पेशल टीम करनाल रवाना हो गई है। वहां पर दीपक, केसराम प्रजापत व एक अन्य को दस्तयाब किया है, वहां इनके कब्जे से भारी मात्रा में नकली नोट मिले हैं।

गाडिय़ों सहित यह सामन बरामद

पकड़े गए गिरोह के सदस्यों से नकली नोटों के साथ ही अलग-अलग गाडिय़ां, एक प्रिन्टर,6 पेपर कटर, कटर ब्लेड, एक कैंची, दो ब्लैक मार्कर, नोटो के बंडल तैयार करने के लिए पारदर्शी प्लास्टिक पनी व काली स्वास्तिक पनी, प्लास्टिक स्केल 25, लोह की स्केल 02, इपशन प्रिन्टर में डलने वाली अलग-अलग स्याही के 13 छोटे व तीन बड़े डिब्बे, खुले रबड़ बैण्ड, एक पेपर शीट जिस पर आईसीआईसीआई बैंक एटीएम की पर्चीया, एसबीआई बैंक की पर्चीया, नोटों की गडी पर लगाने की एसबीआई की पर्ची का एक बण्डल जब्त किए गए हैं।

यह पुलिस टीम रही सक्रिय…

पूरी कार्रवाई में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर अमितकुमार, बुडानिया, नरेन्द्र कुमार पूनिया, उप पुलिस अधीक्षक, ईश्वर प्रसाद जांगिड, पुलिस निरीक्षक, मनोज शर्मा, पुलिस निरीक्षक, नानूराम गोदारा, दीपक यादव, कानदान, कानिस्टेबल संदीप जान्दु, रामप्रताप सायच, सुनिल कुमार, हरिओम, वासुदेव, सवाईसिंह व देवेन्द्र की टीम ने भागीदारी निभाई।

यह है नोटों की सीरीज…

आईजी ओमप्रकाश ने आमजन से अपील की है कि व्यापारी लोग हवाला से लेन-देन करने की बजाय वैधानिक तरीके से लेनदेन करे, आमजन किसी अनजान व्यक्ति से लेनदेन करते वक्त नोटो को ध्यान से चैक करें, अन्धेरे में नकदी का लेनदेन करने से बचे। इस नकली नोट गिरोह ने जो नोट बाजार में खपाएं है उनमें सीरीज 8NA750831, 4LH269605, 4LH044149, 5AA807418, 7KM369289, 6GC313798, 2KB316978, 4BD189402, 5LE213589, 2AU324384, OCV804572, 1BM114532 व पांच सौ के नोट 2BQ062586, 2IG10253211,151819, 2ML216390.  1FE355905, 4UB132101, 2BF0272569, 1BQ910750, 1AU391896, 1BK037295 है।

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