बीकानेरNidarindia.com बच्चों को सुरक्षित रूप से स्कूल लाने और ले जाने के लिए अब अभिभावकों के साथ ही प्रशासन की भी सामूहिक जिम्मेवारी होगी।
इस संबंध में संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के. पवन ने निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों का स्कूलों तक सुरक्षित आवागमन स्कूल प्रबंधन, अभिभावकों और जिला प्रशासन की सामूहिक जिम्मेदारी है। बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी एजेंसियां समन्वय रखते हुए नियमों की अनुपालना करवाएं।
संभागीय आयुक्त ने मंगलवार को मेडिकल कॉलेज सभागार में आयोजित बाल वाहिनी योजना की बैठक में ये निर्देश दिए। उन्होंने बाल वाहिनी योजना के निर्देशों की अनुपालना और समस्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के लिए 1 अगस्त तक का समय दिया देते हुए कहा कि इसके बाद अभियान चलाकर नियमों की अवहेलना करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा।
चालकों का मेडिकल चेकअप…
संभागीय आयुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से स्कूलों में लगे सभी चालकों का मेडिकल चेकअप करवाने के लिए शिविर आयोजित किए जाएंगे। साथ ही वाहनों पर अनिवार्य रूप से जीपीएस लगें तथा उनका नियंत्रण स्कूल से किया जाए, संभागीय आयुक्त में इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी को समस्त कार्यवाही सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिए।
होगा पुलिस सत्यापन…
संभागीय आयुक्त ने कहा कि स्कूल प्रबंधन अपने अपने यहां कार्यरत चलाकों की सूची पुलिस को उपलब्ध करवाएं। पुलिस की ओर से इन सभी चालकों का सत्यापन करवाया जाएगा। सभी स्कूल नियोजित बसों को अनुबंध पत्र अनिवार्य रूप से देंगे। उन्होंने कहा कि बसों पर स्पीड गवर्नर भी लगाए जाएं। संभागीय आयुक्त ने कहा कि नियमों की गंभीरता और सख्ती से अनुपालना करवाई जाएगी। यदि स्कूलों में 18 वर्ष से कम आयु के बच्चे गियर्ड वाहन से आते हुए पाए गए तो संबंधित विद्यालय की जवाबदेही तय होगी। स्कूल यह सुनिश्चित करें और अभिभावकों के साथ होने वाली मीटिंग में स्पष्ट रूप से इसके लिए मना किया जाए।
बसों पर अंकित हो नाम…
संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के. पवन ने कहा कि स्कूल प्रबंधन यह सुनिश्चित करेंगे कि बसों पर अनिवार्य रूप से स्कूल बस, आन स्कूल ड्यूटी, बस, ड्राइवर का नाम पता, लाइसेंस नंबर लिखा हो।
वर्दी में हो चालक…
संभागीय आयुक्त ने कहा कि सभी बसों वैन, कैब के ड्राइवर व कंडक्टर आवश्यक रूप से वर्दी में रहेंगे। बसों में निर्धारित सीमा से अधिक बच्चों का परिवहन किसी भी परिस्थिति में नहीं होगा। स्कूलों की जिम्मेदारी केवल स्कूल परिसर तक ही सीमित नहीं है, बल्कि सुरक्षित वातावरण में सुविधाजनक तरीके से बच्चों को आवागमन हो यह भी सुनिश्चित किया जाए
हाईवे पर खड़े नहीं होंगे वाहन…
संभागीय आयुक्त ने कहा कि जो स्कूल राष्ट्रीयराज मार्ग पर स्थित हैं उनके वाहन हाईवे पर खड़े नहीं होंगे। स्कूल इसकी जिम्मेदारी तय करें, अन्यथा संबंधित के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
छुट्टी के समय देना होगा आधे घंटे का अन्तराल…
जयपुर हाईवे पर स्थित स्कूलों में छुट्टी के बाद लगने वाले जाम की स्थिति से बचने के लिए संभागीय आयुक्त ने यहां के तीनों स्कूलों को छुट्टी के समय में आधे-आधे घंटे का अंतराल करने के निर्देश दिए।
बच्चों की सुरक्षा बड़ी प्राथमिकता…
जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद ने कहा कि बच्चों की सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता है। इस संदर्भ में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। निर्धारित सीमा से अधिक बच्चों का परिवहन पाए जाने पर संबंधित के विरुद्ध सख्त कार्रवाई होगी। स्कूल परिसर के अंदर ही बच्चों को चढ़ाए और उतार जाने उतारे जाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
विजय दिवस पर श्रद्धांजलि…
संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के पवन ने बताया कि देश की रक्षा में अपनी जान न्योछावर करने वाले जिले के 19 शहीदों को विजय दिवस 26 जुलाई के अवसर पर जिले के समस्त स्कूलों में एक कार्यक्रम आयोजित कर श्रद्धांजलि दी जाएगी। इसके लिए उन्होंने जिला सैनिक कल्याण अधिकारी को शहीदों के पोस्टर तैयार करवाने के निर्देश दिए। इस अवसर पर हर घर तिरंगा हर मन तिरंगा विषय पर भी चर्चा होगी।
स्कूल निभाए सक्रिय भागीदारी…
जिला कलेक्टर ने कहा कि 13 से 15 अगस्त तक आयोजित होने वाले हर घर तिरंगा हर मन तिरंगा कार्यक्रम में स्कूल अपनी सक्रिय भागीदारी निभाएं। स्कूली शिक्षा के दौरान विद्यार्थियों में राष्ट्रप्रेम की भावना की शुरुआत होती है। बच्चों के माध्यम से राष्ट्र प्रेम का संदेश घर-घर तक पहुंचाने के लिए स्कूल प्रबंधन भागीदारी निभाएं।
बालिकाएं सीखेंगी आत्मरक्षा के गुर
संभागीय आयुक्त ने बताया कि डॉ. करणी सिंह स्टेडियम में 1 से 11 अगस्त तक बालिकाओं को जिला प्रशासन की ओर से निशुल्क आत्मरक्षा प्रशिक्षण दिलवाया जाएगा।