बीकानेरNidarindia.com ‘ऐ भाई जरा देख के चलो, आगे भी नहीं पीछे भी, ऊपर भी नहीं, नीचे भी…फिल्मी गीत की यह पंक्तियां बीकानेर की सड़कों पर इन दिनों चरितार्थ हो रही है। इसमें बारिश ने आग में घी डालने का काम किया है। मानसून की एक-दो अच्छी बारिश क्या हुई, शहर के ड्रेनेज सिस्टम की तो मानो पोल ही खुल गई।
बारिश के एकत्रित पानी की निकासी के लिए कोई खास बंदोबस्त नहीं है। इस स्थिति में गिन्नाणी के साथ ही कच्ची बस्तियां जलमग्र है। जगह-जगह कीचड़ फैला है, तो कई स्थानों पर पानी अभी भी भरा हुआ है।
पीबीएम परिसर में पानी…
बारिश के बाद उपजे हालात आमजन के लिए परेशानी भरे हैं। प्रशासनिक उदासीनता के चलते संभाग के सबसे बड़ी अस्पताल पीबीएम परिसर में जगह-जगह पानी एकत्रित हो रखा है। इस कारण मरीजों और उनके परिजनों के साथ आमजन को भी आने-जाने में मुश्किल हो रही है। पीबीएम के मोर्चरी व उसके आसपास के क्षेत्र में भारी मात्रा में पानी अभी भी भरा हुआ है। निकासी की उपयुक्त व्यवस्था नहीं होने का खमियाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा है।
कठिन डगर पर राहगीर…
बारिश के बाद सबसे अधिक समस्या सड़कों पर चलने की हो रही है। खासकर दुपहिया वाहन और पैदल राहगीरों के लिए मुश्किल हो रही है। शहर की तंग गलियों से लेकर मुख्य मार्गों तक की सड़कें मानो गड्ढ़ों में ही तब्दिल हो गई है। शहरी क्षेत्र में नत्थूसर गेट के एन मुहैने पर अर्सें से सड़क क्षतिग्रस्त पड़ी है। बारिश के बाद इनमें पानी जमा हो जाता है। कमोबेश यही स्थिति जस्सूसर गेट बाहर की है, जहां मुख्य सड़क जगह-जगह क्षतिग्रस्त पड़ी है, इसमें पानी एकत्रित हो गया है। सड़क पर गड्ढ़े गहरे हैं, इस कारण दुपहिया वाहन चालकों के सामने परेशानी खड़ी हो गई है। वहीं एमएम ग्राउण्ड से नया शहर थाने की ओर जाने वाली सड़क पर मुख्य मोड़ क्षतिग्रस्त है। यह तो कुछ उदाहरण मात्र है, असल में कई जगह यह हालात है।
गंदगी का अलाम…
बारिश के बाद शहर में गंदगी का आलाम छाया है। नाले-नालियां बारिश के बाद से उफान मार रहे हैं। भीतरी परकोटे में नालियों में अटा कचरा बारिश के बाद से सड़कों पर आ गया है। नत्थूसर गेट बाहर वर्तमान में संचालित हो रही सिटी डिस्पेंसरी के समीप ही कीचड़ फैला है, यहां पर थोड़ी बारिश के बाद ही भारी मात्रा में पानी एकत्रित हो जाता है। समीप में गायत्री माता मंदिर, गणेश मंदिर, हनुमान मंदिर, आशापुरा माता मंदिर होने के कारण लोगों का आना-जाना लगा रहता है।