बीकानेरNidarindia.com व्यापारियों के समक्ष आ रही बैंकिंग संबंधित समस्याओं के निवारण के लिए बीकानेर जिला उद्योग संघ ने रिजर्व बैंक अधिकारियों को अवगत कराया।
जिला उद्योग संघ अध्यक्ष द्वारकाप्रसाद पचीसिया एवं सचिव वीरेंद्र किराडू ने सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों से संबंधित मुद्दों पर टाऊन हॉल बैठक में आए रिजर्व बैंक ऑल इंडिया के महाप्रबंधक डॉ. मुकेश कुमार का स्वागत करते हुए नए उद्योग व व्यापार सृजन के लिए बैंकों से लिए जाने वाले ऋण में आ रही समस्याओं से अवगत कराया।
रिजर्व बैंक की योजनानुसार फूड़ एंड एग्रो इंडस्ट्री के लिए पुरानी व्यवस्था अनुसार केवल मात्र 100 करोड़ रुपए तक का ऋण देने की स्कीम है, आज के समय में रनिंग केपिटल, फिक्स केपिटल, रॉ मेटेरियल के भाव को मिलाकर लगने वाली इंडस्ट्री में 200 से 250 करोड़ तक का इन्वेस्टमेंट होने लगा है, इसलिए इस पुरानी व्यवस्था में बदलाव करते हुए 250 करोड़ रुपए तक किया जाए। साथ ही बैंकों की ओर से ऋण आवेदन पत्र विशेषकर सरकारी ऋण योजनाओं को गंभीरता से ना लेते हुए ऋण लंबे समय तक पेंडिंग रहते हैं, कोशिश भी की जाती है कि किसी भी प्रकार यह आवेदन निरस्त हो जाए मुद्रा लोन एवं सरकारी योजनाओं के ऋणों पर 1.5 प्रतिशत सीजीटीएमएसई की फीस ऋण आवेदक से वसूली जाती है जो कि बैंक की ओर से दिए गए ऋण की सुरक्षा के एवज में ली जाती है, इस फीस का भुगतान बैंक द्वारा ही किया जाना चाहिए।